महात्मा गांधी इन्स्टीट्यूट ऑफ गवर्नेन्स एण्ड सोशल साइन्सेज में गांधी दर्शन पर 6 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आज समापन हुआ. समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति ओम थानवी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. ओम थानवी ने समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि गांधीजी एक पत्रकार से भी अधिक एक बेहतर कम्युनिकेटर थे. इसके साथ ही ओम थानवी ने कहा कि पत्रकारिता समाज सेवा के लिए हो न कि व्यवसाय के लिए
गांधी को समझने के लिए वर्तमान में नवीन दृष्टि की आवश्यकता- परीक्षित सिंह
6 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के समापन सत्र में कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अमेरिका से आये डॉ. परीक्षित सिंह ने गांधी को पाश्चात्य जगत में किस प्रकार देखा और समझा जाता है इस पर अपने विचार रखे.डॉ. परीक्षित सिंह ने कहा कि हमें गांधी को समझने के लिए वर्तमान में एक नवीन दृष्टि की आवश्यकता है. इसके साथ ही आज के युवाओं को गांधी के बारे में जानने की उत्सुकता होनी चाहिए.
अधिकांश देशों में गांधी को जाना और समझा जाता है
6 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के समापन सत्र की अध्यक्षता करते हुए संस्थान निदेशक प्रो बीएम शर्मा ने कहा कि इस दुनिया के अधिकांश देशों में महात्मा गांधी को जाना एवं समझा जाता है. गांधी ने अंहिसा जैसे पुरातन सिद्धांत को व्यवहार में लाकर देश को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. आज की अधिकांश वैश्विक समस्याओं का समाधान गांधी के चितन में निहित है.
6 दिवसीय कार्यक्रम का संक्षिप्त प्रतिवेदन किया गया प्रस्तुत
समापन सत्र की शुरुआत में प्रो. संजय लोढ़ा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए 6 दिन से चल रहे कार्यक्रम का संक्षिप्त प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. संस्थान के प्रशिक्षक डॉ. विकास नौटियाल ने गांधी की प्रासंगिकता का विस्तार से उल्लेख किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. ज्योति अरूण द्वारा किया गया. संस्थान के विशेष अधिकारी डॉ. सौमित्र नाथ झा ने धन्यवाद ज्ञापित किया.इस प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि प्रसिद्ध गांधी विचारक कुमार प्रशांत थे.
प्रशिक्षण शिविर में कई गणमान्य लोगों के हुए व्याख्यान
प्रशिक्षण सत्रों में हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति सनी सैबस्टियन, नारायण सिह बारहठ, प्रो. राजन महान, डॉ. कमलनयन, गांधीवादी विचारक सवाई सिह, धर्मवीर कटेवा, प्रो संजय लोढ़ा, प्रो संगीता शर्मा द्वारा व्याख्यान दिए गए. प्रशिक्षण के अंतर्गत प्रशिक्षणार्थियों को अपना घर भगवान महावीर विकलांग सहायता केंद्र गांधी खादी आश्रम का भ्रमण करवा. कर उन्हें गांधीवादी मूल्यों के व्यावहारिक पक्षों से अवगत करवाया गया