स्काउट गाइड के इतिहास में दूसरी बार बदली जाएगी ड्रेस कोड, 39 साल बाद देखने को मिलेगा बदलाव

राजस्थान को 66 साल बाद राष्ट्रीय जम्बूरी के आयोजन की मेजबानी मिली है. पाली में आयोजित हो रही 18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में जहां देश-विदेश के करीब 30 हजार से ज्यादा प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं तो वहीं राष्ट्रपति द्रोपति मूर्मू ने राष्ट्रीय जम्बूरी का उद्घाटन किया था. राजस्थान के पाली में जहां राष्ट्रीय जम्बूरी का आयोजन किया जा रहा है. तो वहीं इस राष्ट्रीय जम्बूरी के बीच से ही एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है. 39 सालों के बाद आखिरकार स्काउड गाइड के ड्रेस कोड में बदलाव होने जा रहा है. और अगले करीब तीन सालों में ये ड्रेस कोड पूरी तरह से लागू हो जाएगा.

1907 में हुई स्थापना, अब तक एक बार ही हुआ है बदलाव

देश-दुनिया में सेवा, समर्पण और अनुशासन को आत्मसात करने वाला साथ ही करीब 65 लाख स्वयंसेवकों का सबसे बड़ा संगठन स्काउट-गाइड की स्थापना साल 1907 में हुई थी. स्काउड गाइड के इतिहास की बात की जाए तो अपने 116 सालों के इतिहास में दूसरी बार स्काउट गाइड में ड्रेस कोड बदलने की हरी झंडी मिली है. 1907 में स्थापना के बाद 1911 में गाइडिंग की स्थापना की गई. इसके साथ ही 1928 में स्थापित गर्ल्स गाइडिंग ने विश्व संगठन में स्थापक सदस्य की भूमिका निभाई. 1907 में स्थापना के बाद पहली बार साल 1984 में खासी ड्रेस कोड बदलने की हरी झंडी मिली. और अब 39 सालों के बाद दूसरी बार ड्रेस कोड बदलने को हरी झंडी मिली है. 

स्काई ब्लू शर्ट-नेवी ब्लू पेंट में दिखेंगे स्काउट गाइड

116 सालों के इतिहास में दूसरी बार जहां स्काउट गाइड की ड्रेस कोड को बदलने की हरी झंडी मिली है तो वहीं इससे पहले जब स्काउट गाइड की स्थापना हुई थी उस समय खाकी ड्रेस हुआ करती थी. लेकिन साल 1984 में ड्रेस कोड को बदलते हुए ग्रे शर्ट और ब्लू पेंट की गई थी. अब 39 सालों के बाद ड्रेस कोड को बदलते हुए स्काई ब्लू शर्ट-नेवी ब्लू पेंट रहेगी. इसके साथ ही गाइड को भी इसी रंग की पेंट-शर्ट पहने की छूट रहेगी. गाइड के लिए स्काउड संगठन की ओर से पहली बार यह फैसला लिया गया है.

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