शिक्षक भर्ती परिणाम में अब शिक्षा मंत्री का बयान, लाखों कॉपियां जांचना टेढ़ी खीर से कम नहीं

48 हजार पदों पर आयोजित हुई तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के मुख्य परीक्षा परिणाम का इंतजार लगातार लम्बा हो रहा है. कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से जहां पहले परीक्षा का परिणाम अप्रैल के अंतिम सप्ताह में ही जारी करने के दावे किए जा रहे थे तो वहीं अब परिणाम जून के दूसरे सप्ताह में जारी करने की बात कही जा रही है. 

करीब एक महीने और करना होगा इंतजार

25 फरवरी से 1 मार्च तक 9 पारियों में आयोजित हुई रीट मुख्य परीक्षा परिणाम में शामिल हुए करीब 9 लाख परीक्षार्थियों का इंतजार लम्बा होता जा रहा है. 48 हजार पदों पर आयोजित हुई इस भर्ती में लेवल-1 के 21 हजार पदों पर 25 फरवरी को सुबह पहली पारी में परीक्षा का  आयोजन किया गया था वहीं 27 हजार पदों पर लेवल-2 की परीक्षा अन्य 8 पारियों में आयोजित की गई थी

लाखों अभ्यर्थियों का परिणाम जारी करना टेढ़ी खीर- बीडी कल्ला

बोर्ड की ओर से जहां आपत्तियों की संख्या ज्यादा होने की वजह से परिणाम में देरी की बात कही जा रही है तो वहीं मंत्रालयिक कर्मचारियों की हड़ताल भी परिणाम में देरी की एक वजह बताई जा रही है तो वहीं दूसरी ओर अब शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने परिणाम में देरी की एक दूसरी ही वजह बता दी है. शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला का कहना है की लाखों अभ्यर्थियों की लाखों कॉपियों की जांच कर परिणाम जारी करने में वक्त लगता है यह टेढ़ी खीर होता है.

किसी भी परिणाम में लगता है समय- शिक्षा मंत्री

शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला का कहना है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) और राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSMSSB) दोनों ऑटोनॉमस बॉडी है. लेकिन जब कभी इनके चेयरमैन मिलते हैं तो उन्हें भर्ती परीक्षा का परिणाम समयबद्ध तरीके से जारी करने के लिए कहते भी हैं. लेकिन इसे लेकर सिर्फ सुझाव ही दिया जा सकता है. लेवल-1 और लेवल-2हजारों पदों पर करीब 16 लाख से ज्यादा कॉपियां जांचना टेढ़ी खीर है. लेकिन फिर भी विभाग की ओर से उन्हें आए दिन याद दिलाते रहते हैं कि इन भर्तियों के समय बद्ध तरीके से पूरा करना चाहिए

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