राजस्थान में कोचिंग संस्थान की बढ़ती फीस और मनमानी से परेशान हो चुके परीक्षार्थियों के लिए एक अच्छी खबर है. राजस्थान यूनिवर्सिटी के साथ ही राजस्थान के सभी सरकारी कॉलेजों में अब आईएएस-आरएएस जैसी प्रतियोगिता परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग दी जाएगी. राजस्थान यूनिवर्सिटी के एपीटीसी सेंटर में इन कक्षाओं का संचालन किया जाएगा. इसके साथ ही राजस्थान के अन्य सरकारी कॉलेजों में भी सेटेलाइट कक्षाओं का संचालन किया जाएगा. हालांकि नियमित कक्षाएं यूनिवर्सिटी के एग्जाम हो जाने के बाद 1 मई से लगेंगी.
एनएसयूआई के स्थापना दिवस पर हुई शुरूआत
एनएसयूआई के स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ते हुए निशुल्क कोचिंग की शुरूआत की. राजस्थान यूनिवर्सिटी में आयोजित हुए कार्यक्रम में जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्चुअल रूप से जुड़े वहीं मंत्री महेश जोशी, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी सहित एक पहल के संस्थापक भी राजस्थान यूनिवर्सिटी में मौजूद रहे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विभिन्न सरकारी योजनाओं से जुड़ने के लिए 24 अप्रैल से विशेष शिविर लगाए जाने का जिक्र करते हुए एनएसयूआई से सहयोग भी मांगा. साथ ही एनएसयूआई और एक पहल की सराहना भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की.
मंत्री महेश जोशी ने की 21-21 लाख देने की घोषणा
कार्यक्रम में पहुंचे कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने एपीटीसी सेंटर और हवामहल विधानसभा क्षेत्र में संचालित 5 सरकारी कॉलेजों के लिए विधायक कोष से 21-21 लाख रुपये देने की भी घोषणा की. साथ ही एनएसयूआई और एक पहले की सराहना भी की.
छात्रों को बेहतर तैयारी का मिलेगा मौका- महेश जोशी
केबिनेट मंत्री महेश जोशी ने एनएसयूआई और एक पहल संस्थान की ओर से शुरू किए गए इस नवाचार की तारीफ करते हुए कहा की ऐसे बहुत से विद्यार्थी हैं जो फीस नहीं होने की वजह से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर पाते हैं. लेकिन इस पहल से उन छात्रों को भी कोचिंग मिलेगी जो अभी तक आर्थिक रूप से कोचिंग करने में असमर्थ थे.
आरटीएच से मिलेगा लोगों को लाभ- महेश जोशी
महेश जोशी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की सरकार की ओर से राइट टू हेल्थ बिल लाया गया है. और देश में राजस्थान पहला राज्य बना है जहां ये बिल लागू किया गया है. इस बिल से लोगों को आने वाले वक्त में लाभ मिलेगा