राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने बुधवार को राजभवन के दरबार हॉल में देश को स्वर्ण पदक दिलाने वाली राजस्थान की प्रख्यात निशानेबाज अपूर्वी चंदेला को विद्यावारिधि की मानद उपाधि प्रदान की. अपूर्वी को उपाधि जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय की ओर से दी है.
10 अप्रैल को आयोजित हुआ था दीक्षांत समारोह
10 अप्रैल को संस्कृत यूनिवर्सिटी के आयोजित दीक्षांत समारोह में अपूर्वी चंदेला मौजूद नहीं रह पाई थी. जिसके बाद बुधवार 26 अप्रैल को संस्कृत यूनिवर्सिटी के कुलपति सहित अन्य के साथ अपूर्वी चंदेला राजभवन पहुंची. राजभवन में अपूर्वी चंदेला को विद्यावारिधि को मानद उपाधि प्रदान की गई
कुलपति ने की सराहना
राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपूर्वी चंदेला को विद्यावारिधि की उपाधि प्रदान करते हुए निशानेबाजी में देश को गौरवान्वित करने के लिए उनकी सराहना की. राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपूर्वी चंदेला को शॉल ओढ़ाकर, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर अभिनंदन करते हुए खेल जगत में भारत को और उपलब्धियां प्राप्त करने के लिए शुभकामनाएं दी.
यूनिवर्सिटी में गणमान्य लोग रहे मौजूद
संस्कृत यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. रामसेवक दुबे ने संस्कृत विश्वविद्यालय की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. विश्वविद्यालय के दर्शन विभागाध्यक्ष शास्त्री कोसलेंद्र दास ने अपूर्वी चंदेला को प्रदत्त उपाधि और अभिनंदन पत्र पढ़कर सुनाया. मंगलाचरण डॉ. देवेंद्र कुमार ने और संचालन शास्त्री कोसलेंद्र दास ने किया. इस अवसर पर और राज्यपाल के प्रमुख विशेषाधिकारी गोविंद राम जायसवाल और विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव डॉ. जेएन विजय सहित अन्य लोग उपस्थित रहे.