राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ महासचिव कार्यालय का उद्घाटन और छात्र शक्ति परामर्श समारोह का आयोजन किया गया. राजस्थान विश्वविद्यालय के घूमर पंडाल में आयोजित इस कार्यक्रम में संगठन महामंत्री चंद्रशेखर. ग्रेटर नगर निगम महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर, एबीवीपी प्रांत मंत्री अर्जुन तिवाड़ी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर राजीव जैन ने की संगठन महामंत्री चेन्द्रशेखर ने राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रसंघ महासचिव अरविंद जाजड़ा के कार्यालय का उद्घाटन करते हुए अरविंद जाजड़ा को कुर्सी पर बैठाया.
मैंने भी कोर्ट में लड़ाई लड़कर लड़ा था चुनाव- चन्द्र शेखर
संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे छात्रसंघ चुनाव के समय भी मेरा पर्चा खारिज किया गया था. मैंने कोर्ट में लड़ाई लड़कर चुनाव लड़ा था. और अरविंद जाजड़ा की कहानी भी अलग नहीं है. अरविंद ने भी पहले कोर्ट में लड़ाई लड़ी और उसके बाद छात्र संघ चुनाव लड़कर जीत हासिल की. आज अरविंद जाजड़ा मारवाड़ और नागौर की धरती का लाल राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रों का नेतृत्व कर रहा है.
छात्र संघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी- चन्द्र शेखर
चन्द्र शेखर ने संबोधन में कहा कि छात्रसंघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी होते हैं. यहां से निकले छात्र लोकसभा और विधानसभा में देश और प्रदेश की सेवा करते हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा से मुद्दों पर संघर्ष करता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि जब हम 2047 में होंगे उस समय दुनिया के सबसे ताकतवर होंगे. राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश में लागू हो गई है जो शिक्षा का भविष्य बदलेगी
भाई बहन को चुनरी ओढाता है,लेकिन अरविंद ने मुझे साफा पहनाया- सौम्या गुर्जर
नगर निगम मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं भी नागौर की हूं और अरविंद जाजड़ा भी नागौर से है. नागौर में भाई अपनी बहन को चुनरी ओढाता है. लेकिन अरविंद ने मुझे साफा पहनाया है तो ऐसे में अब बहन अपने भाई की रक्षा करेगी. मैंने भी 2005 में राजस्थान विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया लेकिन चुनाव बंद थे उस समय और जब 2011 में पीएचडी पूरी की तो इलेक्शन शुरू हुए. राजस्थान विश्वविद्यालय में चुनाव लड़ना शायद मेरी किस्मत में नहीं था. लेकिन मैंने बाहर चुनाव लड़ा और आज शहरी सरकार का नेतृत्व कर रहीं हूं
कार्यक्रम में भावुक हुए अरविंद जाजड़ा
कार्यक्रम में छात्र संघ महासचिव अरविंद जाजड़ा भावुक होते हुए कहा कि 2014 में मेरे पिताजी ने मेरा एडमिशन राजस्थान यूनवर्सिटी में करवाया. उस समय 22 साल का लड़का चुनाव लड़ रहा था तो धुरंधर घुटने टेककर वोट मांग रहे थे. जब मेरा नामांकन खारिज हुआ उस दिन आंखों में आंसू थे लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी और आज खुशी के आंसू हैं. छात्रों की शक्ति हमेशा से सरकार को झुकाती आई है. प्रदेश की वर्तमान सरकार की नीतियां युवा विरोधी हैं. प्रदेश में पेपर लीक जैसे प्रकरणों को लेकर सरकार को चेताने के लिए छात्र शक्ति परामर्श समारोह का आयोजन किया जा रहा है.