अब शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने साधा केन्द्र सरकार पर निशाना, कह दी बड़ी बातें

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू हुए करीब दो सालों का समय बीत चुका है. लेकिन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर लगातार केन्द्र सरकार पर आरोप लगते आए हैं. राजस्थान के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने अब केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. साथ ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बेहतर क्रियान्वयन के लिए केन्द्र सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिलने के भी शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने आरोप लगाए. राजधानी  जयपुर में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने ये बात कही.

बेहतर क्रियान्वयन के लिए अतिरिक्त बजट की आवश्यकता- बीडी कल्ला

राजधानी जयपुर में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर सेमिनार का आयोजन हुआ. सेमिनार में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि – नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बेहतर ढंग से क्रियान्वयन के लिए अतिक्ति बजट की जरूरत है. इससे स्कूलों में संसाधनों का विकास हो सके. लेकिन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू हुए दो सालों का समय बीत चुका है. केन्द्र सरकार ने अभी तक इस संबंध में कोई अतिरिक्त बजट जारी नहीं किया है. केंद्र सरकार 60 फीसदी खर्च करे तो राज्य सरकार भी 40 फीसदी खर्च करेगी.

वित्तीय प्रबंधन पर केंद्र को देना चाहिए ध्यान- बीडी कल्ला

शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने कहा कि नई एजुकेशन पॉलिसी में 5+3+3+4 का सिस्टम बनाया गया है. इस पर पूरी तैयारी की आवश्यकता है. इसको लेकर पहले शिक्षकों को प्रशिक्षित करने, मूलभूत सुविधाओं का विकास और पाठ्यक्रम तैयार करना होगा. भारत सरकार को एजुकेशन पॉलिसी बनाए हुए 2 साल का समय बीत चुका है. राजस्थान में भी मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बना दी गई है. जिला स्तर पर जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी बना दी गई है. 6 ग्रुप बना दिए गए. लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकल रहा है. केन्द्र सरकार को वित्तीय प्रबंध करना चाहिए.

पहले 12 साल में होती थी 12वीं अब होगी 15 साल में

शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला यहीं रुकने वाले नहीं थे. बीडी कल्ला ने कहा कि केन्द्र सरकार को तुरंत इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. जिससे नई एजुकेशन पॉलिसी को धरातल पर उतारा जा सके.पहले 12 साल में 12 कक्षाएं पास कर ली जाती थी. अब इसमें 15 साल लगेंगे. प्राइवेट स्कूलों में जिस तरह एलकेजी, यूकेजी, प्रेप क्लास होती है. उसी तर्ज पर बाल वाटिका शुरू हो रही है. शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने सुझाव देते हुए कहा कि पॉलिसी के तहत व्यावसायिक शिक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है. इसके साथ ही पॉलिसी से जुड़ी जो परेशानियां सामने आ रही है. उनको भी निस्तारित किया जाना चाहिए.

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img