पंचायतों में महिलाओं के सशक्तिकरण विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. एक दिवसीय इस कार्यक्रम का विषय व उद्देश्य था की राजनीति के क्षेत्र में पढ़े-लिखे युवा आगे आएं और पंचायत स्तर पर अपना योगदान दें. एक दिवसीय इस कार्यशाला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सम्मानित ग्राम पंचायत घाटा की सरपंच नीतू मीणा मौजूद रही.
राजनीति के क्षेत्र में पढ़े-लिखे लोगों को आगे आने का किया आह्वान
राजकीय महाविद्यालय सांगानेर में राजस्थान राज्य महिला नीति 2021 के तत्वाधान मे पंचायतों में महिलाओं के सशक्तिकरण विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस विषय का उद्देश्य था की राजनीति के क्षेत्र में पढ़े-लिखे युवा आगे आएं और पंचायत स्तर पर अपना योगदान दें. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नीतू मीणा जो कि ग्राम पंचायत घाटा की सरपंच हैं. तथा प्रधानमंत्री द्वारा उनके कार्यों के लिए सम्मानित भी किया गया है. नीतू मीणा ने बताया कि उन्होंने किस तरह संघर्ष करके गांव में सड़क शौचालय बनवाए महिलाओं की समस्याओं का निपटारा किया तथा लगभग सभी सरकारी योजनाओं का लाभ गांव तक पहुंचे इसका भरसक प्रयास किया यही वजह थी कि इन्हें प्रधानमंत्री के द्वारा सम्मानित किया गया.
छात्र-छात्राओं को आगे आने की अपील
इसके साथ ही छात्र छात्राओं को बताया कि पहले पंचायतों में महिला यदि सरपंच चुन ली जाती थी तब भी पुरुष ही काम करते थे. लेकिन इनकी शर्त थी कि वह अपना काम जीतने के बाद स्वयं ही करेंगी उनका यह निर्णय सम्मानीय है.
पितृसत्तात्मक सोच को तोड़कर आगे आना बड़ी बात
कार्यक्रम में प्राचार्य ने बताया कि आज पितृसत्तात्मक व्यवस्था. वह पितृसत्तात्मक सोच को तोड़कर आगे आना एक बड़ी बात है. कार्यक्रम प्रभारी डॉ नंदिता जैन ने सरपंच नीतू मीणा का परिचय दिया कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ प्रज्ञा शर्मा ने बताया कि केंद्र में 73 वे संविधान संशोधन के बाद महिलाओं को पंचायतों में आरक्षण मिलना एक माइलस्टोन था महिला सशक्तिकरण के दृष्टिकोण से जिसने राजनीति के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की कार्यक्रम के अंत में डॉ ममता रोकना ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया.