G20 सम्मेलन की तैयारियां- RU में ग्रीन केमेस्ट्री नेटवर्क सेंटर की स्थापना का प्रस्ताव

भारत में पहली बार आयोजित होने जा रहे जी-20 सम्मेलन का मुख्य विषय पर्यावरण प्रदूषण से निजात और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देना है. इसी को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय ने हरित रसायन के 12 सिद्धांतों के रजत जयंती समारोह की मेजबानी की. सम्मेलन में ग्रीन केमेस्ट्री के जनक प्रोफेसर पॉल अनास्तास निदेशक सेंटर फॉर ग्रीन केमेस्ट्री एंड ग्रीन इंजीनियरिंग येल यूनिवर्सिटी यूएस और प्रोफेसर जे.सी वार्नर मोनाश यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया के साथ एक स्पेशल पैनल डिस्कशन हुआ. इस पैनल डिस्कशन की अध्यक्षता मशहूर ग्रीन केमेस्ट्री प्रोफेसर अंशु डांडिया एवं ग्रीन केमेस्ट्री नेटवर्क सेंटर के राष्ट्रीय समन्वयक प्रोफेसर आरके शर्मा ने की. कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण में उपयोगी काफी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई. प्रतिभागियों से किए गए प्रश्नों के जवाब में प्रोफेसर जेसी वार्नर ने बताया कि किस तरह से पिछले कुछ सालों से ग्रीन टेक्नोलॉजी ने केमिस्ट्री के अनुप्रयोगों में अपनी अमिट छाप छोड़ी है. 

हरित क्रांति से ही पर्यावरण प्रदूषण का हो सकता समाधान – पॉल

पॉल अनास्तास ने उनके द्वारा शुरू किए जा रहे संयुक्त राष्ट्र हरित रसायन कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी. इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र हरित रसायन कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा किए और कहा कि पर्यावरण प्रदूषण की ज्वलंत समस्या का निजात हरित प्रौद्योगिकी से ही संभव है. इसके अतिरिक्त प्रोफेसर अंशु डांडिया ने ग्रीन केमेस्ट्री के क्षेत्र में किए गए अभूतपूर्व योगदान को देखते हुए प्रोफेसर आरके शर्मा ने प्रोफेसर डांडिया की अध्यक्षता में राजस्थान में एक ग्रीन केमेस्ट्री नेटवर्क सेंटर खोलने की घोषणा की

400 से अधिक पोस्टर और मौखिक प्रस्तुतियां

राजस्थान यूनिवर्सिटी में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में दुनिया भर से करीब 600 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए. उद्योग और शिक्षा जगत में इस संयुक्त उद्यम में देश-विदेश के प्रख्यात वैज्ञानिकों प्रसिद्ध शिक्षाविदों और प्रतिष्ठित उद्योगपतियों के 30 से अधिक आमंत्रित व्याख्यान आयोजित किए गए. जिसमें मुख्य रुप से कोरिया थाईलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूनाइटेड किंगडम के वक्ता शामिल हुए. मुख्य वक्ताओं में प्रोफेसर अवतार मथारू यूनिवर्सिटी ऑफ़ यार्क, प्रोफेसर नागेंद्र कुमार कौशिक क्वांगवोंग विश्वविद्यालय कोरिया, प्रोफेसर एसके मेहता यूनिवर्सिटी ऑफ लद्दाख, प्रोफेसर एके सिंह आईआईटी मुंबई, प्रोफेसर राजीव जैन पांडिचेरी यूनिवर्सिटी, डॉक्टर अनुज जैन मैक केम प्रोडक्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, डॉ तनुजल बोरा एआईटी थाईलैंड, प्रोफेसर बीएम भानागे आईसीटी मुंबई, प्रोफेसर एसके अवस्थी दिल्ली यूनिवर्सिटी, प्रोफेसर संजोग नागरकर IIT बॉम्बे, प्रोफेसर मान सिंह CUG गुजरात शामिल रहे, इसके साथ ही इस सम्मेलन में प्रतिभागियों के 400 से अधिक पोस्टर और मौखिक प्रस्तुतियां दी हुई. बेस्ट प्रेजेंटर को अवार्ड भी कार्यक्रम में दिया गया.

यूनिवर्सिटी कुलपति प्रोफेसर राजीव जैन ने की शिरकत

राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजीव जैन ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की. प्रोफेसर राजीव जैन ने स्मारिका पुस्तिका का विमोचन किया और आज की परिस्थितियों के अनुसार हरित प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर दिया. सम्मेलन सह संरक्षक प्रोफेसर आरपी सिंह और विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मीनाक्षी जैन ने दुनिया भर से आए सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया. इस समारोह में सह संरक्षक प्रोफेसर पीएस वर्मा, प्रोफेसर निघत फहमी, विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मीनाक्षी जैन, सम्मेलन संयोजक डॉ अनूप सिंह मीणा, डॉ नवीन शर्मा और सम्मेलन सचिव डॉ केके झाकल, डॉक्टर अमित शर्मा और राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के सभी संकाय सदस्य मौजूद रहे,

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