राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की अगर बात की जाए तो पिछले दो सालों में बोर्ड की ओर से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में करीब 1 करोड़ 10 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए हैं. ये परीक्षार्थी बोर्ड द्वारा आयोजित 47 भर्तियों की 101 परीक्षाओं का आयोजन किया गया. तो वहीं कुल 1 लाख 1 हजार 333 पदों पर भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया. इनमें से 30 हजार 333 पदों पर अब तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. वहीं करीब 71 हजार पदों पर फिलहाल भर्तियां पाइप लाइन में है.
दो सालों में 47 भर्तियों की 101 परीक्षाओं का हुआ आयोजन
चाहे कोरोना काल हो या फिर कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद का समय. पूरे देश में राजस्थान एकमात्र राज्य रहा है जहां भर्तियों की बंपर सौगात युवाओं को दी गई है. पिछले दो सालों में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 47 भर्तियों में 101 परीक्षाओं का आयोजन किया गया है. इनमें से भी बिना किसी विवाद के परीक्षाओं की संख्या करीब 95 फीसदी से ज्यादा रही है. हालांकि कुछ भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक होने के चलते तो कोई भर्ती परीक्षा विवाद के चलते रद्द करने पड़ी. लेकिन इसके अलावा करीब 95 फीसदी से ज्यादा भर्ती परीक्षा बिना किसी विवाद के कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से सम्पन्न करवाई गई.
शिक्षक भर्ती रही सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा
पिछले दो सालों में जहां बोर्ड की ओर से 47 भर्तियों की 101 परीक्षाओं का आयोजन करवाया गया. तो वहीं इस दौरान बोर्ड की ओर से सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा रही. जिसमें 48 हजार पदों पर करीब 10 लाख परीक्षार्थी पंजीकृत थे. 25 फरवरी से 1 मार्च तक आयोजित हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा में करीब 9 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए. और कुछ डमी अभ्यर्थियों को छोड़ पूरे राजस्थान में ये भर्ती परीक्षा शांतिपूर्ण सम्पन्न हुई.
30 जनवरी से 2021 से 1 मार्च 2023 तक का आंकड़ा
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से पिछले दो सालों में 47 भर्ती निकाली गई. इसमें अब तक 101 परीक्षाओं का आयोजन करवाया गया. इन भर्ती परीक्षाओं में 1 करोड़ 2 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए. कुल 1 लाख 1 हजार 333 पदों पर इन भर्ती परीक्षाओं का आयोजन किाय गया. इसमें से 37 परीक्षाओं का परिणाम जारी कर दिया गया है. तो वहीं विभिन्न भर्तियों में 30 हजार 333 पदों पर नियुक्ति दी जा चुकी है. इसके साथ ही 71 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है.