जैन अनुशीलन केंद्र राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा तनाव प्रबंधन पर विशेष व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन राजस्थान यूनिवर्सिटी में किया गया. कार्यक्रम में जैन गुरु अरविंद मुनि जी का प्रेरक उद्बोधन हुआ. राजस्थान यूनिवर्सिटी के सिनेट हॉल में आयोजित विशेष व्याख्यान कार्यक्रम की अध्यक्ष राजस्थान यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर राजीव जैन ने की. राजस्थान यूनिवर्सिटी में आयोजित विशेष व्याख्यान में राजस्थान यूनिवर्सिटी के शिक्षकों सहित कार्मिक भी मौजूद रहे. इसके साथ ही बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने भी शिरकत की.
तनाव के चलते जीवन हो रहा प्रभावित
कार्यक्रम की शुरुआत जैन अनुशीलन केंद्र निर्देशिका प्रोफेसर रश्मि जैन द्वारा विषय प्रस्तावना एवं स्वागत उद्बोधन द्वारा की गई. प्रोफेसर रश्मी जैन ने बताया कि तनाव आज विश्व की प्रमुख समस्या बनता जा रहा है. और इसके चलते लोगों के जीवन पर खासा प्रभाव पड़ रहा है. जिसमें चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन सहित अन्य कई समस्याओं से लोगों को सामना करना पड़ रहा है. आज के समय में युवा पीढ़ी तनाव की समस्या से ज्यादा प्रभावित हो रही है. ऐसे में तनाव प्रबंधन विषय पर व्याख्यान आयोजित होना समय की मांग है.
जैन मुनि ने बताए तनाव मुक्त जीवन के उपाय
मुनि अरविंद जी ने अपने उद्बोधन में बताया आज हम सभी तनाव युक्त जीवन जी रहे हैं. जिसके कारण हमारी कार्यशैली एवं जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. तनाव के कारण संबंधों की दुर्घटना होती जा रही जिससे हमारा सामाजिक ताना-बाना खत्म हो रहा है. जैन मुनि ने अपने उद्बोधन में ध्यान के महत्व को समझाते हुए मन को विकारों से स्वतंत्र करने की राह बताई है.
तनाव मुक्त रहने के लिए ध्यान के चार चरण
मुनि अरविंद जी ने अपने उद्बोधन में ध्यान के चार चरणों को समझाते हुए उनका अभ्यास करवाया. साथ ही व्याख्यान के अंत में ध्यान के महत्व को समझाते हुए सबसे प्रतिदिन दो बार ध्यान करने का संकल्प दिलवाया. कार्यक्रम का संचालन रोहित कुमार जैन ,सहायक आचार्य समाजशास्त्र विभाग द्वारा किया गया. कार्यक्रम के समापन में डॉ यश जैन द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया