स्वास्थ्य विभाग में 3 हजार 532 पदों पर आयोजित हुई कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) भर्ती परीक्षा का भविष्य क्या रहेगा इसका इंतजार लगातार लम्बा होता जा रहा है. एसओजी की ओर से मामले में पूरी रिपोर्ट राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को सौंपी जा चुकी है. वहीं अब बोर्ड की ओर से राज्य सरकार से मामले में मार्गदर्शन माना गया है. हालांकि पेपर को लेकर बोर्ड की ओर से कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया गया है. ऐसे में इस पूरे मामले में अब जहां सीएचओ संविदा भर्ती पेपर का भविष्य सरकार को तय करना है वहीं बोर्ड अपना पल्ला झाड़ता हुआ भी नजर आ रहा है.
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें की स्वास्थ्य विभाग में सीएचओ संविदा भर्ती निकाली गई थी. 3 हजार 531 पदों पर निकाली गई संविदा भर्ती परीक्षा का आयोजन 19 फरवरी को जयपुर, अजमेर और कोटा मुख्यालयों पर किया गया. भर्ती परीक्षा के लिए करीब 92 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. जिसमें से करीब 81 हजार से ज्यादा परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. लेकिन 19 फरवरी को सुबह परीक्षा आयोजित होने से पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसके बाद से ही पेपर को रद्द करने की मांग उठ रही है.
78 प्रश्न मिले थे हूबहू
आपको बता दें ही परीक्षा आयोजन से पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जब परीक्षा खत्म होने के बाद पेपर का मिलान किया गया तो 78 सवाल वायरल पेपर से हूबहू मिले थे. जिसके बाद पूरे मामले की शिकायत एसओजी की ओर से की गई थी. मामले में एसओजी ने जांच कर करीब दो महीनों के बाद बोर्ड को अपनी रिपोर्ट भेजी है.
सरकार को करना है फैसला
सीएचओ पेपर को लेकर बोर्ड अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा का कहना है की एसओजी की ओर से रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है. और इस रिपोर्ट से सरकार को अवगत करवा दिया गया है. अब सरकार को ही इस पेपर पर फैसला लेना है. सरकार पूरी रिपोर्ट के आधार पर ही फैसला लेगी.