जगद्गुरु रामानंदाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय में 27 फरवरी से राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन होने जा रहा है. 27 फरवरी से 1 मार्च तक ‘जगद्गुरु रामानंदाचार्य का दार्शनिक संसार’ विषय पर तीन दिनों की राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन होगा. राष्ट्रीय संगोष्ठी को लेकर संस्कृत यूनिवर्सिटी की ओर से तैयारियां तेज कर दी गई है. इसके साथ ही संगोष्ठी में भाग लेने वाली प्रतिभागी 24 फरवरी तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे.
सैकड़ों विशेषज्ञ जुटेंगे जयपुर में
संस्कृत यूनिवर्सिटी में 27 फरवरी से 1 मार्च तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन होने जा रहा है. इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में जाति-पांति के बंधन तोड़ महात्मा कबीर और संत रविदास जैसी आध्यात्मिक विभूतियों के प्रेरक जगद्गुरु रामानंदाचार्य की दार्शनिक संसार पर मंथन के लिए सैकड़ों विशेषज्ञ जयपुर में जुटेंगे. नई दिल्ली के भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद और राजस्थान संस्कृत अकादमी के सहयोग से जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में 27 फरवरी से ‘जगद्गुरु रामानंदाचार्य का दार्शनिक संसार’ विषय पर तीन दिनों की संगोष्ठी का आयोजन होने जा रहा है.
पहली बार आयोजित होने जा रही राष्ट्रीय संगोष्ठी
27 फरवरी से 1 मार्च तक आयोजित होने जा रही तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी को लेकर संगोष्ठी संयोजक दर्शन विभागाध्यक्ष शास्त्री कोसलेंद्रदास ने बताया कि देश के किसी भी विश्वविद्यालय में जगद्गुरु रामानंदाचार्य के दार्शनिक विमर्श पर पहली बार संगोष्ठी आयोजित हो रही है. संगोष्ठी में काशी, अयोध्या, पुणे और हरिद्वार के साथ ही रैवासा और त्रिवेणी के अनेक संत-महात्मा सम्मिलित होंगे.
विभिन्न यूनिवर्सिटी के छात्र लेंगे हिस्सा
संगोष्ठी संयोजक दर्शन विभागाध्यक्ष शास्त्री कोसलेंद्रदास ने बताया कि इस संगोष्ठी में तीन दिनों तक विभिन्न विश्वविद्यालयों के दर्शन, संस्कृत, हिंदी और इतिहास सहित दूसरे विभागों के शिक्षक एवं शोध छात्र संगोष्ठी में स्वामी रामानंद के दर्शन पर व्याख्यान, परिचर्चा और शोध पत्रों का वाचन करेंगे. सह संयोजक डॉ. जेएन विजय ने बताया कि संगोष्ठी में भाग लेने के प्रतिभागी 24 फरवरी तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे.