राजधानी जयपुर स्थित महात्मा ज्योति राव फुले यूनिवर्सिटी के सोडाला कैम्पस में सोमवार से ‘राजा राम मोहन राय के सुधारों के संदर्भ में भारत में महिला सशक्तिकरण और परिवर्तन’ विषय पर तीन दिवसीय क्षेत्रीय कार्यशाला की शुरूआत की गई. यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन निर्मल पंवार ने इस क्षेत्रीय कार्यशाला का उद्घाटन किया.
महिला सशक्तिकरण में रही राजा राममोहन राय की महत्वपूर्ण भूमिका- निर्मल पंवार
यूनिवर्सिटी चेयरपर्सन निर्मल पंवार ने बताया कि राजा राममोहन राय की 250वीं जयंती के उपलक्ष्य में कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ.
एमजेआरपी यूनिवर्सिटी, जयपुर और अनन्या इंस्टीट्यूट फॉर डवलपमेंट रिसर्च एंड सोशल एक्शन लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में चल रही कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में वक्ताओं ने राजा राम मोहन राय के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला. वक्ताओं ने कहा कि राजा राममोहन राय ने नारी समाज के उद्धार के लिए अनेक प्रयास किए, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक बुराइयां दूर करने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
कार्यशाला में विशेषज्ञों को किया गया सम्मानित
एमजेआरपी यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन निर्मल पंवार ने बताया कि इस अवसर पर आईआईएफएम भोपाल के डॉ. एस.पी.सिंह और नागपुर के रिटायर्ड विंग कमांडर जगमल सिंह यादव को राजा राम मोहन राय लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, आनन्द गुजरात के एक कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. राजेश मोदी को राजा राम मोहन राय आउटस्टेंडिंग सोशल साइंटिस्ट अवार्ड, महाराज अग्रसेन यूनिवर्सिटी सोलन (हिमाचल) के डॉ. अभिषेक अवस्थी को राजा राम मोहन राय आउटस्टेंडिंग साइंटिस्ट अवार्ड से नवाजा गया.
देशभर से प्रतिभागी कार्यशाला में ले रहे हिस्सा
संस्कृति मंत्रालय द्वारा प्रायोजित कार्यशाला में एआईडीआरएसए लखनऊ के निदेशक डॉ. ए.के.सिंह ने राजा राम मोहन राय की महिला सशक्तिकरण में भूमिका और योगदान पर और नीति आयोग के डिप्टी एडवाइजर डॉ.आर.वी.पी सिंह ने लिंग समानता और महिलाओं के विकास पर अपने विचार व्यक्त किए. कार्यशाला में देशभर के करीब 400 विद्यार्थी, फैकल्टी मेंबर्स और शोधार्थी हिस्सा ले रहे हैं.