केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन ( एनबीई ) इन मेडिकल साइंसेस को समाप्त करने का प्रस्ताव दिया है. इस प्रस्ताव पर मुहर लगने के साथ ही जहां एनबीई समाप्त होगा तो वहीं मेडिकल पीजी प्रवेश परीक्षाओं के लिए अब बीईएमएस होगा शिक्षा का नया बोर्ड. जिसके चलते देश के करीब 3 लाख से ज्यादा छात्रों को फायदा होगा. प्रस्ताव के तहत बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेस ( बीईएमएस) का गठन होगा. इसको लेकर मंत्रालय की ओर से सुझाव भी मांगने शुरू कर दिए गए हैं.
पांचवें बोर्ड के रूप में होगा बीईएमएस का गठन
अब तक केवल नेशनल एग्जिट टेस्ट ( नेक्स्ट) के आयोजन पर डॉक्टर्स के बीच असमंजस था, नया ड्राफ्ट जो तैयार किया गया है उससे संकेत मिल रहे हैं की नेक्स्ट भी बीईएमएस द्वारा ही करवाया जाएगा. गौरतलब है की मौजूदा एनएमएसी एक्ट 2019 में बदलाव प्रस्तावित करते हुए मंत्रालय ने बीईएमएस को पांचवें ऑटोनॉमस बोर्ड के रूप में शामिल किया है. अभी चिकित्सा विभाग 4 ऑटोनॉमस बॉडी है जिसमें यूजी मेडिकल एज्युकेशन बोर्ड, पीजी मेडिकल एज्युकेशन बोर्ड, मेडिकल असेसमेंट एण्ड रेटिंग बोर्ड व एथिक्स एंड मेडिकल रजिस्ट्रेशन बोर्ड थे. तो वहीं अब मंत्रालय ने पांचवें बोर्ड के रूप में बीईएमएस के गठन का प्रस्ताव दिया है.
बीईएमएस की नई जिम्मेदारियां भी की जा रही निर्धारित
नेक्स्ट के साथ ही डिप्लोमा, डिप्लोमेट, फैलोशिप पीजी, डिप्लोमेट एण्ड फैलोशिप एसएस कोर्सेस के संचालन के लिए मापदंड निर्धारित करने की जिम्मेदारी बीईएमएस की होगी. इन कोर्सेज से जुड़ी परीक्षाएं भी बोर्ड करवाएगा. डिप्लोमा, डिप्लोमेट और फैलोशिप क्वालिफिकेशन देने के लिए एग्जिट एग्जाम भी करवाना होगा