राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली प्रिया सिंह का नाम आज ना सिर्फ भारत बल्की पूरे देश की जुबान पर है. थाईलैंड के पटाया में आयोजित 39वीं अंतर्राष्ट्रीय महिला बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल जीतते हुए ना सिर्फ प्रदेश का नाम रोशन किया है. साथ ही उन लोगों का मुह भी बंद कर दिया है जो बॉडी बिल्डिंग के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को लेकर सवाल खड़े करते हैं. शिखर पर पहुंचने के सफर में आज हम बात करने जा रहे प्रिया सिंह की जिन्होंने संघर्ष को अपना हथियार बनाकर सफलता का शिखर प्राप्त किया.
बीकानेर की रहने वाली प्रिया सिंह की शादी महज 8 साल की उम्र में हो गई थी. लेकिन परिवार की माली हालात ठीक नहीं होने के चलते प्रिया सिंह को नौकरी करके अपने परिवार की जिम्मेदारियों को उठाना पड़ा. दो बच्चों की मां प्रिया सिंह को अपने बच्चों की जिम्मेदारी उठाने के लिए जीम में नौकरी करनी पड़ी. जीम में नौकरी करने के दौरान ही प्रिया सिंह की बॉडी बिल्डिंग के प्रति रुचि बढ़ी. प्रिया सिंह ने जीम में ही धीरे धीरे वर्क आउट करना शुरू किया.
राजस्थान का नाम रोशन करने की जिद्द ने बनाया वर्ल्ड चैम्पियन
प्रिया सिंह ने जब बॉडी बिल्डिंग शुरू की तो उस समय प्रिया सिंह को बता चला की महिलाओं की भी बॉडी बिल्डिंग चैम्पियनशिप होती है. लेकिन आज तक इस चैम्पियनशिप में किसी राजस्थान की महिला नहीं गई है. जिसके बात प्रिया सिंह ने अपना एक ही लक्ष्य बनाया और वो था महिलाओं की बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में राजस्थान और देश के लिए गोल्ड मैडल जीतना. प्रिया सिंह इससे पहले मिस राजस्थान 2018,2019 और 2020 में गोल्ड मैडल जीत चुकी है.
परिवार का मिल साथ, हर मुश्किल हुई आसान
दो बच्चों की मां द्वारा बॉडी बिल्डिंग में अपना करियर बनाना काफी मुश्किल था. प्रिया सिंह के सामने ड्रेसिंग स्टाइल भी काफी समस्या बनी. स्पोर्ट्स ब्रा, शॉर्ट्स और बिकनी पहनी पड़ती है. स्टेट चैम्पियनशिप में तो स्पोर्ट्स ब्रा और शोर्ट्स पहनकर उतरा जा सकता था. लेकिन नेशनल प्रतियोगिता में तो बिकनी ही पहननी पड़ती है. लेकिन जब इस बारे में घर वालों से बात की तो सभी ने आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हुए अनुमति दी.
शुरूआत में आई बड़ी समस्या, भाई ने तो तोड़ लिया नाता
प्रिया सिंह ने जब शोर्ट्स और स्पोर्ट्स ब्रा पहनकर बॉडी बिल्डिंग करनी शुरू तो हर कदम पर विरोध देखने को मिला, लोगों ने ताने दिए. तो रिश्तेदारों ने बॉडी बिल्डिंग छोड़कर घर और बच्चों को संभालने की नसीहत दी. यहां तक की लोगों ने मुझे आदमी कहकर बुलाना शुरू कर दिया. हद तो तब हो गई जब भाई ने ही प्रिया सिंह से रिश्ता तोड़ते हुए उस जान से मारने की धमकी दी. लेकिन इस सभी समस्याओं के बाद भी प्रिया सिंह ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा