सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में सरकार की ओर से अधिगम कोचिंग पर की गई बड़ी कार्रवाई ने प्रदेश के लाखों बेरोजगारों को आखिरकार राहत दी है. सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती पेपर लीक में आरोपी सुरेश ढाका की कोचिंग अधिगम पर कार्रवाई करते हुए पूरी बिल्डिंग को जमीदोज कर दिया गया है. जेडीए द्वारा आज अल सुबह भारी जाप्ते के साथ कोचिंग के बाहर पहुंचा और देखते ही देखते पूरी बिल्डिंग को धराशायी कर दिया. सरकार द्वारा की गई इस कार्रवाई का स्वागत अब विपक्ष ने भी किया है. लेकिन इसके साथ ही सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने छात्र हितों में एक बड़ी मांग भी उठा दी है.
अध्ययनरत बच्चों की फीस वापस करने के साथ ही किरोड़ी लाल मीणा ने उठाई मांग
सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने अधिगम कोचिंग पर की गई कार्रवाई को स्वागत योग्य बताया है. लेकिन दूसरी ओर किरोड़ी लाल मीणा ने अधिगम कोचिंग में अध्ययन कर रहे बच्चों की फीस वापस करवाने की मांग उठाई है. किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि कोचिंग संचालक की गलती का खामियाजा बच्चों को नहीं भुगतना चाहिए. कोचिंग में पढ़ रहे बच्चों की पूरी फीस माफ की जाए साथ ही बच्चों के भविष्य को देखते हुए अन्य कोचिंग में इन बच्चों को शिफ्ट करने की भी मांग किरोड़ी लाल मीणा ने की
आरोपियों की नामी और बेनामी संपत्ति को भी ध्वस्त करने की उठाई मांग
सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मैंने मांग की थी कि रामकृपाल की बिल्डिंग की तरह इन आरोपियों की संपत्ति को ध्वस्त किया जाए. जेडीए की अधिगम कोचिंग की बिल्डिंग पर कार्रवाई स्वागतयोग्य है, लेकिन सरकार सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण की नामी/ बेनामी संपत्तियों की जांच कर उन्हें जब्त/ध्वस्त क्यों नहीं कर रही. सुरेश ढाका के बाकी पार्टनर्स को पुलिस क्यों नहीं पकड़ रही. सरकार को अधिगम कोचिंग में पढ़ रहे बच्चों की 70-70 हजार की फीस लौटाने के लिए सुरेश ढाका की संपत्ति नीलाम करनी चाहिए, क्योंकि एडमिशन लेने वाले बच्चों का कोई दोष नहीं है. गांव से आने वाले इन बच्चों ने तो जैसे-तैसे फीस का इंतज़ाम किया था.