बीते 1 सप्ताह से प्रदेश में कड़ाके की सर्दी और शीतलहर ने पूरे प्रदेश को अपनी जद में ले रखा है. प्रदेश के सभी जिलों में जहां रात का तापमान करीब 8 डिग्री से नीचे पहुंच चुका है तो वही दिन में भी कड़ाके की सर्दी लोगों को जमकर बेहाल कर रही है. ऐसे में इस कड़ाके की सर्दी में सबसे ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता है नौनिहालों को. कड़ाके की सर्दी को देखते हुए शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश में 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित किए गए हैं. लेकिन शिक्षा विभाग के इन आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं प्रदेश के निजी स्कूल.
सरकारी आदेशों की निजी स्कूल उड़ा रहे धज्जियां
राजस्थान में कई जिले शीतलहर की चपेट में है. सर्द हवाओं ने जनजीवन खासा प्रभावित कर दिया है. राजधानी में भी न्यूनतम तापमान 7 डिग्री तक पहुंच चुका है. कड़ाके की सर्दी के सितम को देखते हुए शिक्षा विभाग में 25 दिसंबर से 5 जनवरी 2023 तक सभी पनिजी और सरकारी स्कूलों में शीतकालीन अवकाश घोषित किया है. लेकिन शिक्षा विभाग के इन आदेशों के बावजूद भी प्रदेश के कई बड़े निजी स्कूल सरकार के आदेशों की अवहेलना करते हुए नजर आ रहे हैं. जिसकी वजह से मासूम नौनिहाल ठिठुरते हुए स्कूल पहुंच रहे हैं. ऐसा पहली बार नहीं है जब निजी स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश दरकिनार कर रहे हैं. इससे पहले भी जब सर्दियों को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों का समय सुबह 10 का किया था. तो कई बड़ी निजी स्कूलों ने सरकार के इन आदेशों को भी दरकिनार करते हुए सुबह बच्चों को स्कूल आने पर मजबूर किया था.
निजी स्कूलों की मनमानी पर शिक्षा विभाग हुआ सख्त
शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के सभी निजी और सरकारी स्कूलों में सर्दी को देखते हुए 3 दिन पहले शीतकालीन अवकाश घोषित किए थे. लेकिन इसके बावजूद भी निजी स्कूलों द्वारा बच्चों को स्कूल बुलाए जा रहा था. जब इसकी शिकायत शिक्षा विभाग के पास पहुंची तो जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ने आदेश जारी किए हैं. शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को निर्देशित किया है कि शिक्षा विभाग की ओर से 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित किए गए हैं यदि किसी भी निजी स्कूल द्वारा इन आदेशों की अवहेलना की जाती है तो ऐसी स्कूलों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में ली जाएगी.