कहते हैं संघर्ष से जो हार मान जाए सफलता उससे कोसों दूर रहती है. विपरीत परिस्थियों में भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करना ही आपको भीड़ से अलग करता है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है जयपुर के रहने वाले वैभव माहेश्वरी ने. इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) की ओर से 1 नवंबर से 17 नवम्बर 2022 तक आयोजित की गई चार्टर्ड अकाउंटेंट का परिणाम 10 जनवरी 2023 को जारी किया. परिणाम में जयपुर के वैभव माहेश्वरी ने 10वीं रैंक हासिल की. शिखर पर पहुंचने के सफर में आज हम बात करने जा रहे वैभव माहेश्वरी की जिसने किस प्रकार संघर्ष को पार करते हुए सफलता के आसमान को छुआ
वैभव माहेश्वरी ने हासिल की 10वीं रैंक
10 जनवरी को जारी परिणाम में वैभव माहेश्वरी ने टॉप-10 में जगह बनाते हुए 10वीं रैंक हासिल की. वैभव माहेश्वरी ने 800 में से 589 अंक हासिल करते हुए 10वीं रैंक हासिल की. वैभव के साथ ही टॉप-50 में जयपुर के 7 स्टूडेंट्स ने जगह बनाई. इसके साथ ही सीए इंटर में जयपुर के सक्षम ने 672 अंक हासिल करते हुए तीसरा स्थान प्राप्त किया.
पिता लगाते हैं चाय पकौड़े की दुकान
वैभव माहेश्वरी की पारिवारिक हालात ठीक नहीं हैं. पिता मानसरोवर में एक छोटी की चाय व पकौड़े की दुकान चलाते हैं. लेकिन वैभव के पढ़ाई में काफी अच्छा होने के चलते वैभव के पिता ने विपरीत परिस्थितियों में भी वैभव की पढ़ाई जारी रखी. आर्थिक रूप से कमजोर पारिवारिक स्थिति होने के बाद भी वैभव की पढ़ाई में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी. और पिता की मेहनत का फल वैभव ने परिणाम से दिया. वैभव की इच्छा है की उनके पिता अब उस काम को छोड़कर आराम करें. लेकिन वैभव के पिता कहना है की कोई भी काम छोटा नहीं होता है. इसी काम की बदौलत आज वैभव ने उनका सपना पूरा किया है.
किताबी कीड़ा नहीं बनते हुए पढ़ाई को किया इंजॉय
वैभव माहेश्वरी का कहना है कि अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए प्रतिदिन 8 से 9 घंटे तक पढ़ने का लक्ष्य निर्धारित किया था. हां जब पढ़ाई से बोर होने लगता था तो कुछ देर सोशल मीडिया पर गुजारने के साथ ही परिवार के साथ बाहर घूमना. फुटबॉल और क्रिकेट खेलना भी पसंद करता हूं. कभी भी पढ़ाई का कीड़ा बनकर नहीं रहा. सफलता के लिए मेंटली फिट रहने के साथ ही फिजिकली फिट रहना भी आवश्यक है.