राजस्थान विश्वविद्यालय आंदोलन का अखाड़ा बनता जा रहा है. बीते कुछ दिनों से लगातार यूनिवर्सिटी में धरने और प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं. लेकिन दूसरी ओर विवि प्रशासन द्वारा मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिए जाने के चलते अब छात्र संगठनों और विद्यार्थियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से आज अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राजस्थान यूनिवर्सिटी में एक जोरदार प्रदर्शन करते हुए राविवि रजिस्ट्रार के कमरे के बाहर पुतला लेकर धरना दिया. जिसके बाद मौके पर भारी पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया गया.
राविवि रजिस्ट्रार के भारी विरोध. निकाल दी शव यात्रा
सुबह 11 बजे जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र पदाधिकारी राविवि गेट पर पहुंचे तो उनके कंधों पर एक सांकेतिक शव भी नजर आया. गेट पर कुछ देर नारेबाजी करने के बाद इन सभी छात्रों ने राविवि के एडम ब्लॉक की तरफ रुख किया.और रजिस्ट्रार के कमरे के बाहर पहुंचकर धरने पर बैठ गए. बड़ी संख्या में छात्रों द्वारा रजिस्ट्रार के कमरे का गेट रोकने के चलते राविवि प्रशासन ने मौके पर पुलिस को बुलाया. लेकिन इस दौरान भी छात्र जमकर नारेबाजी करते हुए नजर आए
एबीवीपी ने आरोप लगाते हुए इन मांगों को लेकर किया आंदोलन
1- राजस्थान विश्वविद्यालय के 6 शिक्षक आज भी अपनी सीनियर स्केल / सिलेक्शन एवं एसोसिएट के रूप में पदोन्नति दिए जाने के संबंध में दर-दर भटक रहे हैं! पिछले 7 दिन से यह सभी 6 शिक्षक धरने पर बैठे हुए हैं.विश्वविद्यालय प्रशासन की तानाशाही रजिस्ट्रार नीलिमा तक्षक की दखलंदाजी से इनको परेशान किया जा रहा है. जब राजस्थान सरकार व सिंडिकेट ने इनकी पदोन्नति का रास्ता साफ कर दिया उसके बावजूद इस समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा जो कि गलत है. रजिस्ट्रार द्वारा अवरोध पैदा किया जा रहा है जिसका विरोध किया जाएगा
2- पीएचडी करने वाले शोधार्थियों की JRF व SRF फाइल को लंबे समय तक रोककर रखने का विरोध किया. शोधार्थियों की फाइलों पर निरंतर हस्ताक्षर करने की मांग की
कुलपति सचिवालय के बाहर किया पुतला दहन
रजिस्ट्रार के कमरे के बाहर धरना देने के बाद सभी छात्रों ने कुलपति सचिवालय का रुख किया. कुलपति सचिवालय के गेट पर जमा होकर छात्रों ने जमकर नारेबाजी की.नारेबाजी के बाद छात्रों ने कुलपति सचिवालय के बाहर ही पुतला दहन किया. एबीवीपी पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि कुलपति द्वारा किसी भी मांग पर ध्यान नहीं दिया जाता है. साथ ही छात्र जब समस्या लेकर आते हैं तो कुलपति छात्रों से मुलाकात तक नहीं करते है. अगर जल्द ही समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो आने वाले समय में और भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा