14 मार्च को राजस्थान यूनिवर्सिटी के बाहर हुई घटना के बाद से विवाद लगातार गहराता जा रहा है. 14 मार्च की घटना के बाद करीब तीन बार पुलिस और एबीवीपी छात्र नेता आमने-सामने हो चुके हैं. वहीं 19 मार्च को एबीवीपी के कार्यालय पर भारी पुलिस जाप्ते के तैनात करने के बाद एक बार फिर से विवाद गहराने लगा है. जिसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राज्य स्तरीय एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दे डाली है.
एबीवीपी कार्यालय में पुलिस के प्रवेश का विरोध
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा का कहना है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, राजस्थान सरकार द्वारा लगातार छात्रों तथा युवाओं पर मुकदमे करने, पुलिस द्वारा युवाओं को बेवजह प्रताड़ित करने तथा वीरांगनाओं के अपमान पर कड़ी निंदा निंदा करती है. राजस्थान में शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोकने में राजस्थान सरकार पूर्णतया विफल रही है. 19 मार्च रविवार को राजस्थान पुलिस ने अभाविप के जयपुर कार्यालय में जबरन घुसने का प्रयास किया, जिससे कांग्रेस नीत प्रदेश सरकार की बौखलाहट साफ हो गई है.
छात्रों को लगातार किया जा रहा प्रताड़ित- होशियार मीणा
राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में राजस्थान के युवा, प्रदेश सरकार के युवा तथा छात्र विरोधी चरित्र को लगातार सामने ला रहे हैं. प्रदेश के युवाओं की आकांक्षाओं को प्रमुखता से उठाने के कारण अभाविप कार्यकर्ताओं के साथ राजस्थान सरकार निरंतर पुलिस ज्यादती पर उतारू हो गई है तथा अलग-अलग प्रकार से युवाओं को प्रताड़ित करने का प्रयास कर रही है.
मुख्यमंत्री का मौन रहना दे रहा बड़े संकेत- याज्ञवल्क्य शुल्क
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि,” युवाओं के साथ राजस्थान सरकार लगातार दुर्व्यवहार कर रही तथा छात्रों की मांगों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मौन धारण कर शिक्षा माफियाओं को अपनी मौन स्वीकृति दे दी है, जिसके परिणामस्वरूप रीट परीक्षा सहित विभिन्न परीक्षाओं में भ्रष्टाचार का खुला रूप सामने है. राजस्थान सरकार द्वारा लगातार युवाओं को झूठे मुकदमे में फंसाने तथा उन्हें प्रताड़ित करने की घटनाएं सामने आ रही हैं,यह अत्यंत निंदनीय तथा दुर्भाग्यपूर्ण है।”
आवाज को दबाने का किया जा रहा प्रयास- होशियार मीणा
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा ने कहा कि,” राजस्थान में बेरोजगारी, महिलाओं के साथ अपराध तथा भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है. जिसे रोकने के लिए सरकार कोई भी प्रयास नहीं कर रही. वीरांगनाओं के अपमान से सरकार का महिला विरोधी चरित्र सामने आ गया है. सरकार अपनी कमियों को छुपाने के लिए युवाओं पर लाठीचार्ज, झूठे मुकदमे दर्ज करने तथा पुलिस द्वारा आपातकाल के समय की तरह रेकी करवाने जैसे निम्न स्तरीय कार्य में संलिप्त हो गई है. अभाविप प्रदेश के युवाओं को राजस्थान सरकार के भ्रष्टाचार के विरुद्ध एकजुट होने का आह्वान करती है।”