अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की ओर से 4 फरवरी शनिवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में उग्र प्रदर्शन किया गया. लम्बे समय से राजस्थान यूनिवर्सिटी में बन रही लाइब्रेरी का उद्घाटन होने के बाद भी छात्रों के लिए लाइब्रेरी नहीं खोलने से जहां छात्रों में आक्रोश है वहीं लाइब्रेरी को बनाने में राजस्थान यूनिवर्सिटी द्वारा गबन करने का आरोप भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से लगाया गया. इसके साथ ही एबीवीपी छात्र पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि लाइब्रेरी के गबन में राजस्थान यूनिवर्सिटी के कुलपति, छात्रसंघ पदाधिकारी और वित्त अधिकारी की मिलीभगत रही है. सभी लोगों ने मिलकर लाइब्रेरी निर्माण में बड़ा गबन किया है.
यूनिवर्सिटी गेट पर किया जोरदार हंगामा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र बड़ी संख्या में करीब 12 बजे एकत्रित हुए. छात्र नेताओं ने पहले राजस्थान यूनिवर्सिटी के गेट पर प्रदर्शन कर राजस्थान यूनिवर्सिटी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. यूनिवर्सिटी के गेट पर प्रदर्शन करते हुए एबीवीपी की ओर से लाइब्रेरी के निर्माण में जो खर्चा हुआ है उसका पूरा ब्यौरा सार्वजनिक करने की मांग रखी गई. इसके साथ ही छात्रों ने यूनिवर्सिटी परिसर में जिस प्रकार से गुंडागर्दी का माहौल बना हुआ है और छात्राओं के साथ हो रहे गलत व्यवहार को लेकर भी अपना आक्रोश जताया.
गेट पर प्रदर्शन के बाद लाइब्रेरी की ओर किया कूच
राजस्थान यूनिवर्सिटी के गेट पर जोरदार प्रदर्शन करने के बाद अचानक ही एबीवीपी छात्र नेताओं ने परिसर में बनी नई लाइब्रेरी की ओर कूच किया और लाइब्रेरी के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन के दौरान मौके पर भारी पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा. प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों की संख्या में छात्र मौजूद रहे जिसमें छात्र नेता ट्विंकल शर्मा, गुलशन मीणा, मुकेश पूनिया, रघुनाथ बिश्नोई, विष्णु मीणा, निर्मल धायल, सुनील कुमावत, गोपाल, किरोड़ी लाल सैनी, विकास यादव देवेंद्र, प्रांत सहमंत्री अंकित मंगल, कैलाश गुर्जर, लक्ष्य दाधीच, देव पिलानिया के साथ बड़ी संख्या में छात्र रहे.
कुलपति पर लगाए गंभीर आरोप
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से किए गए प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के इकाई अध्यक्ष भारत भूषण यादव ने बताया कि राजस्थान विश्वविद्यालय में लगातार गबन बढ़ता जा रहा है. साथ ही यूनिवर्सिटी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक अयोग्य कुलपति राविवि कुलपति की कुर्सी पर बैठे हैं. यूनिवर्सिटी में लम्बे समय से जहां शैक्षिक गतिविधियां गड़बड़ी रही है तो वहीं पसंद के लोगों को उच्च पद पर बैठाया जा रहा है. इसके साथ ही राविवि में हो रहे कार्यों में लाखों रुपये का गबन किया जा रहा है. लाइब्रेरी में खर्चे का पूरा ब्यौरा विवि को सार्वजनिक करने चाहिए साथ ही छात्राओं की सुरक्षा को लेकर भी यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा कदम उठाने चाहिए. अगर परिषद की मांगों पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो एबीवीपी की ओर से आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन करते हुए सड़कों पर उतरा जाएगा.