पिछले 4 सालों की अगर बात की जाए तो राजस्थान में एक ही मांग सबसे ज्यादा पुरजोर तरीके से उठते हुए नजर आई है. और वो मांग है तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की. तृतीय श्रेणी शिक्षकों की तबादलों की मांग को लेकर प्रदेश के हर हिस्सों में धरने और प्रदर्शन देखने को मिले तो वहीं अपनी मांग को लेकर दर्जनों बार तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने जयपुर में एकत्रित होकर अपनी आवाज बुलंद की. लेकिन 4 साल बाद भी तबादले नहीं होने से तृतीय श्रेणी शिक्षकों में भारी आक्रोश. अपनी मांग को अब दिल्ली आलाकमान तक पहुंचाने के लिए 5 फरवरी को तृतीय श्रेणी शिक्षकों द्वारा दिल्ली में एआईसीसी घेराव करने की चेतावनी दी गई है.
दिल्ली में दिखाएंगे ताकत
राजस्थान सरकार के तबादलों की मांग को लेकर सालों से गुहार लगा रहे तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने अब अपनी मांग दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान तक पहुंचाने की रणनीति तैयार की गई है. जिसके तहत 5 फरवरी को दिल्ली में एआईसीसी घेराव की चेतावनी दी गई है. घेराव को लेकर राजस्थान संयुक्त शिक्षक मोर्चा की ओर से प्रदेशभर में तृतीय श्रेणी शिक्षकों को जनसम्पर्क किया जा रहा है. साथ ही 5 फरवरी को दिल्ली में पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है.
हरपाल दादरवाल ने दी आमरण अनशन की चेतावनी
राजस्थान संयुक्त शिक्षक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की मांग को लेकर अब आमरण अनशन की चेतावनी दे डाली है. हरपाल दादरवाल का कहना है की तबादलों की मांग को लेकर सालों से संघर्ष कर रहे हैं. लेकिन सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है. 5 फरवरी को पहले दिल्ली में एआईसीसी का घेराव किया जाएगा और उसके बाद शिक्षा मंत्री के आवास के बाहर आमरण अनशन शुरू किया जाएगा.
साल 2018 में अंतिम बार हुए थे तबादले
विधानसभा चुनाव से पहले की बात की जाए तो पूर्व भाजपा सरकार की ओर से विधानसभा चुनाव से पहले तृतीय श्रेणी शिक्षकों को तबादलों की सौगात दी गई थी. साल 2018 में 19 हजार 340 तृतीय श्रेणी शिक्षकों को तबादलों की सौगात मिली थी. लेकिन उक वक्त भी डार्क जोन में लगे शिक्षकों को तबादलों से वंचित रखा गया था. ऐसे में अब डार्क जोन में लगे शिक्षकों के साथ ही अन्य जिलों के तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की मांग तेज हो रही है.
साल 2021 में मांगे थे तबादला आवेदन
तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की मांग जब लगातार तेज हो रही थी तब अगस्त 2021 में राजस्थान सरकार की ओर से तृतीय श्रेणी शिक्षकों से तबादलों के लिए आवेदन मांगे थे उस समय करीब 85 हजार से ज्यादा तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने तबादलों के लिए आवेदन किए थे. लेकिन करीब डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी आज तक सूची जारी नहीं हो पाई है.