राजस्थान में पिछले एक सप्ताह से राइट टू हेल्थ बिल को लेकर घमासान देखने को मिल रहा है. विरोध के चलते राजस्थान के निजी अस्पताल जहां हड़ताल पर हैं. वहीं जयपुर की सड़कों पर अपना विरोध जताते हुए रैलियां और प्रदर्शन करते हुए भी नजर आ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर आमजन के हितों के ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से लाए गए इस बिल में अब समर्थन का पलड़ा भारी होता नजर आ रहा है. बिल पर जहां सोशल मीडिया पर समर्थन की बाढ़ सी देखने को मिल रही है. वहीं छात्र संगठन एनएसयूआई बिल के समर्थन में खुलकर खड़ी हो गई है.
यूनिवर्सिटी गेट पर हस्ताक्षर अभियान
आमजन के हितों को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार द्वारा विधानसभा में पेश किए गए राइट टू हेल्थ बिल के समर्थन में छात्र संगठन एनएसयूआई की ओर से 29 मार्च बुधवार हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. राजस्थान यूनिवर्सिटी के गेट पर हस्ताक्षर अभियान में बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं के साथ ही बाहर से आने जाने वाले लोगों ने भी हस्ताक्षर करते हुए बिल को सही ठहराते हुए सरकार के पक्ष में खड़े होने की बात कही
घर-घर जाकर एनएसयूआई कार्यकर्ता करेंगे प्रचार
कांग्रेस का छात्र विंग एनएसयूआई अब स्वास्थ्य का अधिकार (RTH) के समर्थन में उतर गया है. एनएसयूआई ने राइट टू हेल्थ के समर्थन में प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी के नेतृत्व में प्रदेश व्यापी अभियान शुरू कर दिया है. उसी के तहत राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. एनएसयूआई के कार्यकर्ता पूरे प्रदेशभर में राइट टू हेल्थ के समर्थन में घर-घर जाकर जनता को इस बिल की खूबियों के बारे में बताएंगे.
स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर- रमेश भाटी
NSUI के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश भाटी ने बताया कि यह बिल स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा. राजस्थान के गरीब, किसान, मजदूर परिवारों के लिए यह बिल संजीवनी साबित होगा. अब वे बेझिझक किसी भी अस्पताल में इमरजेंसी की स्थिति में निशुल्क इलाज पा सकेंगे जिसका पैसा सरकार देगी. हस्ताक्षर अभियान में प्रदेश प्रवक्ता अमरदीप परिहार, इकाई अध्यक्ष अक्षय सिंह, जितेंद्र मीणा, गोविंद मलिंडा, सुनील नोडल, अनिल शर्मा आदि मौजूद रहे