राजस्थान में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से हर कदम उठाए जा रहे हैं. राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में इस समय देश में दूसरे पायदान हासिल कर रखा है. और शिक्षा के क्षेत्र में लगातार बेहतर कार्य करने से राजस्थान आगे बढ़ रहा है. लेकिन संस्कृत शिक्षा की जब बात आती है तो कहीं ना कहीं ये प्रयास नाकाफी नजर आते हैं. पिछले एक दशक की अगर बात की जाए तो संस्कृत शिक्षा के हाल बद से बदतर ही नजर आए हैं. जिसकी एक प्रमुख वजह है संस्कृत शिक्षा में पड़े खाली पद.
संस्कृत शिक्षा में बड़ी संख्या में पद चल रहे खाली
संस्कृत शिक्षा की अगर बात की जाए तो लेवल-1 और लेवल-2 में बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद खाली चल रहे हैं. लेवल-1 में संस्कृत के करीब 140 से ज्यादा पद खाली हैं तो वहीं सामान्य शिक्षकों के भी करीब 130 से ज्यादा पद खाली चल रहे हैं. इसके साथ ही लेवल-2 की अगर बात की जाए तो संस्कृत के 60 पद , गणित / विज्ञान 993 पद, सामाजिक विज्ञान / अंग्रेजी / हिंदी के 498 पद खाली चल रहे हैं. जो संस्कृत शिक्षा के बुरे हाल की एक प्रमुख वजह भी है.
विभाग में रिक्त चल रहे है इतने पद , जल्द दे सकती है इस भर्ती की सरकार सोगात
राजस्थान में संस्कृत शिक्षा विभाग में लेवल और लेवल 2 के खाली पदों के चलते सरकार जल्द थर्ड ग्रेड शिक्षको की भर्ती प्रकिया शुरू कर सकती है , आपको बता दे की संस्कृत शिक्षा विभाग में लेवल 1 के संस्कृत के 141 और 131 सामान्य शिक्षको के पद वर्तमान में खाली चल रहे है , जल्द सरकार इन पदों को भरने के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के माध्यम से भर्ती प्रकिया शुरू कर सकती है ,
अगले दो महीनों में भर्ती निकलने की संभावना
संस्कृत शिक्षा में खाली पद एक समस्या बनी हुई है. तो वहीं चुनावी साल में बेरोजगारों को सरकार की ओर से राहत मिलने की संभावना है. तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती पूरी होने के बाद संस्कृत शिक्षा के करीब 1800 पदों पर भर्ती विज्ञप्ति जारी होने की संभावना है. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को संस्कृत शिक्षा की भर्ती आयोजित करवाने का जिम्मा सौंपा जा सकता है. ऐसे में संभावना यह की अगले दो महीनों में बोर्ड की ओर से संस्कृत शिक्षा में लेवल-1 और लेवल-2 के पदों पर भर्ती विज्ञप्ति जारी की जा सकती है.