पिछले 4 सालों से तृतीय श्रेणी शिक्षक तबादलों का इंतजार रहे हैं. 15 जनवरी से तबादलों पर रोक लग चुकी है. लेकिन रोक से पहले शिक्षा विभाग में एक बड़े स्तर पर विभाग में तबादले किए गए हैं. जिसमें करीब 4 हजार प्रिंसिपल, व्याख्याता, सेकंड ग्रेड शिक्षक और अन्य वर्ग में तबादलों की सौगात मिली है. लेकिन इस सूची से एक बार फिर से तृतीय श्रेणी शिक्षकों को निराशा हाथ लगी है. जिसके बाद एक बार फिर से तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने तबादलों की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला को ज्ञापन सौंपा है.
तबादला मांग सहित तीन सूत्री मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
सोमवार सुबह संयुक्त शिक्षक मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल के नेतृत्व में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला को तीन सूत्री मांग का ज्ञापन सौंपा गया. जिसमें तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों सहित व्याख्याता भर्ती और कम्प्यूटर अनुदेशक भर्ती का परिणाम जारी करने की मांग रखी गई. साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी.
विधानसभा घेराव के बाद एआईसीसी घेराव की चेतावनी
संयुक्त शिक्षक मोर्चा के पदाधिकारियों द्वारा तबादलों की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपने के बाद मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल ने चेतावनी दी है की अगर शिक्षकों को राहत नहीं दी गई तो 23 जनवरी से शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र के घेराव की चेतावनी दी है साथ ही व्याख्याता भर्ती के परिणाम को लेकर आरपीएससी, कम्प्यूटर अनुदेशक भर्ती के परिणाम को लेकर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड और तबादलों की मांग को लेकर एआईसीसी के घेराव की चेतावनी है.
85 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों को तबादलों का इंतजार
सरकार की ओर से अगस्त 2021 में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादला आवेदन लिए गए थे. जिसमें करीब 85 हजार शिक्षकों ने तबादलों के लिए आवेदन किए थे. लेकिन आवेदन लिए हुए करीब डेढ़ साल का समय बीत चुका है. लेकिन तबादला सूची जारी नहीं होने से शिक्षकों में आक्रोश है.