तृतीय श्रेणी शिक्षकों की तबादलों की मांग की गूंज अब दिल्ली तक पहुंच चुकी है. तबादलों की मांग को लेकर आज दिल्ली में तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने धरने देकर अपना आक्रोश जताया. तबादलों की मांग को दिल्ली कांग्रेस आला कमान तक पहुंचाने के लिए आज बड़ी संख्या में तृतीय श्रेणी शिक्षक दिल्ली पहुंचे. दिल्ली के जंतर मंतर पर शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन कर तबादलों की मांग उठाई. इसके साथ ही जल्द मांग पूरी नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी.
एआईसीसी घेराव की दी थी चेतावनी
राजस्थान संयुक्त शिक्षक मोर्चा की ओर से काफी पहले ही दिल्ली कूच की चेतावनी दे दी गई थी. इसके साथ ही अपनी मांग को लेकर दिल्ली में एआईसीसी घेराव की भी चेतावनी दी गई थी. 4 फरवरी शाम से ही दिल्ली में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के जुटने का सिलसिला शुरू हुआ जो रविवार सुबह तक जारी रहा. दिल्ली के जंतर मंतर पर इन शिक्षकों ने धरना देकर अपना आक्रोश जताया.
मांग पूरी नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी
संयुक्त शिक्षक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल ने बताया कि राजस्थान में पिछले 4 सालों से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. लेकिन हर बार तबादला नीति के नाम पर इन शिक्षकों के साथ छल किया जा रहा है. राजस्थान के हर मंत्री से लेकर हर विधायक तक को अपनी गुहार लगा चुके हैं. लेकिन इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. राजस्थान सरकार के हार मानने के बाद अब दिल्ली में कांग्रेस आला कमान के सामने अपनी गुहार लगाने आए हैं. अगर जल्द ही राजस्थान में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं किए जाते हैं तो आने वाले समय में प्रदेश के डेढ़ लाख से ज्यादा तृतीय श्रेणी शिक्षक सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे.
डेढ़ साल पहले लिए थे आवेदन
अगस्त 2021 में प्रदेश सरकार की ओर से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों को लेकर आवेदन लिए गए थे. तबादला आवेदन में करीब 85 हजार से ज्यादा शिक्षकों ने तबादलों के लिए अर्जी लगाई थी. लेकिन करीब डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी आज तक तबादला सूची जारी नहीं होने से शिक्षकों में आक्रोश है.