राजस्थान में चिकित्सा के ढांचे को सुदृढ करने के लिए चिकित्सा विभाग की ओर से 1765 पदों पर भर्ती होने जा रही है. पहले जहां यह भर्ती 840 पदों पर होनी थी. तो वहीं चिकित्सा विभाग की ओर से खाली पदों को देखते हुए पदों की संख्या को बढ़ाते हुए 1765 कर दिया गया. लेकिन चिकित्सा क्षेत्र में नौकरी का इंतजार कर रहे सैेंकड़ों एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने खाली पदों के मुकाबले निकाली गई इस भर्ती में पदों की संख्या बढ़ाने की मांग तेज कर दी है. इसके साथ ही जयपुर में रैली निकालते हुए पदों की संख्या में बढ़ोतरी की मांग की
त्रिमूर्ति सर्किल से एसएमएस मेडिकल कॉलेज तक निकाली रैली
चिकित्सा विभाग में 1765 पदों पर होने जा रही भर्ती में पदों की संख्या बढ़ाने की मांग को लेकर आज जयपुर के त्रिमूर्ति सर्किल से लेकर एसएमएस मेडिकल कॉलेज तक प्रदेशभर से एकत्रित हुए एमबीबीएस स्टूडेंट्स की ओर से रैली निकाली गई. इस को सिविल लाइन तक निकाला जाना था. लेकिन इससे पहले ही वार्ता का न्यौता आने के चलते रैली को एसएमएस मेडिकल कॉलेज तक ही निकाला गया.
5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की सीएमआर में हुई वार्ता, मिला आश्वासन
पदों की संख्या बढ़ाने की मांग को लेकर निकाली जा रही इस रैली में वार्ता का न्योता आया. जिसके बाद एक 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर अधिकारियों से वार्ता की. साथ ही समस्याओं के जल्द ही समाधान का आश्वासन भी दिया. आश्वासन के बाद आंदोलन को फिलहाल स्थगित करने का फैसला लिया गया.
पद नहीं बढ़े तो फिर से आंदोलन के तहत उतरेंगे सड़कों पर
रैली का नेतृत्व कर रहे चिकित्सकों ने बताया कि चिकित्सा विभाग में इस समय करीब 9 हजार से ज्यादा चिकित्सकों के पद खाली पड़े हैं. ऐसे में सालों से चिकित्सकों के पद पर नौकरी करने का सपना देख रहे बेरोजगारों में निराशा है. 1765 पदों पर जो भर्ती निकाली गई है इसमें चिकित्सकों के पदों की संख्या करीब 8 हजार तक करनी चाहिए. क्यूंकि कोरोना का संकट एक बार फिर से बढ़ता जा रहा है तो वहीं अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी होने के चलते सरकार द्वारा जो योजनाएं चलाई जा रही है उसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है.