राजस्थान विश्वविद्यालय में विभिन्न मांगों को लेकर आए दिन प्रदर्शन होते हुए नजर आते रहते हैं. लेकिन अब ये प्रदर्शन अलग ही स्तर पर पहुंचते जा रहे हैं. राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्र नेता हरफूल चौधरी द्वारा आज विभिन्न मांगों को लेकर अनूठा प्रदर्शन किया गया. राजस्थान यूनिवर्सिटी में बनी नई लाइब्रेरी के उद्घाटन के साथ ही पिछले दिनों छात्रों पर राजस्थान यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा दर्ज करवाए गए मुकदमे को वापस लेने की मांग को लेकर ये प्रदर्शन किया गया.
पहले यूनिवर्सिटी गेट पर किया प्रदर्शन
हरफूल चौधरी के नेतृत्व में राजस्थान यूनिवर्सिटी में 9 फरवरी को एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन से पहले हरफूल चौधरी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में छात्र राजस्थान यूनिवर्सिटी के गेट पर एकत्रित हुए. इसके बाद यूनिवर्सिटी के गेट पर प्रदर्शन किया गया. लेकिन यूनिवर्सिटी गेट पर ये प्रदर्शन के दौरान अचानक ही छात्रों ने राजस्थान यूनिवर्सिटी परिसर में बनी नई लाइब्रेरी को और रुख किया. लाइब्रेरी पर जाकर छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया.
लाइब्रेरी के सामने ली जमीन समाधी
प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने लाइब्रेरी के सामने बने मैदान में गढा खोदा गया. इस दौरान छात्रों को समझ नहीं आया की गढ़ा को खोदा जा रहा है. लेकिन प्रदर्शन के बीच ही छात्र नेता हरफूल चौधरी द्वारा ने अचानक ही जमीन समाधी ली. इसके बाद मौके पर बड़ी संख्या में छात्र एकत्रित हुए और जमकर नारेबाजी करने लगे.
इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
राजस्थान यूनिवर्सिटी में बनी नई लाइब्रेरी की अगर बात की जाए तो पिछले साल 18 नवम्बर मुख्यमंत्री अशोक ग हलोत ने नई लाइब्रेरी का उद्घाटन किया था. लेकिन लाइब्रेरी के उद्घाटन के बाद से ही लाइब्रेरी के ताले बंद है. छात्रों के लिए अभी तक नई लाइब्रेरी को नहीं खोला गया है. लाइब्रेरी को जल्द छात्रों के लिए खोलने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया. इसके साथ ही पिछले दिनों राजस्थान यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से 6 छात्रों के नामजद के साथ ही दर्जनों छात्रों पर राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज करवाया गया था. इस मुकमदे को वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया
एफआईआर वापस नहीं हुई तो होगा बड़ा आंदोलन- हरफूल चौधरी
छात्र नेता हरफूल चौधरी ने चेतावनी देते हुए कहा की राजस्थान यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों पर राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज करवाना बहुत गलत है. इस मुकदमे से छात्रों का भविष्य खराब हो जाएगा. इसलिए जल्द से जल्द इस मुकदमे को वापस लिया जाए. इसके साथ ही नई लाइब्रेरी को जल्द से जल्द छात्रों की पढ़ाई के लिए खोला जाए. अगर दोनों मांग जल्द पूरी नहीं होती है तो छात्रों द्वारा एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा.