बेरोजगारों की विभिन्न मांगों को लेकर पिछले 12 दिनों से चले आ रहे सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के धरने का वार्ता के रास्ते समाधान निकल ही गया है. 4 फरवरी शनिवार का दिन प्रदेश के बेरोजगारों के लिए खास रहा है. पिछले 12 दिनों से धरने पर बैठे किरोड़ी लाल मीणा ने गृह राज्य मंत्री राजेन्द्र यादव से वार्ता के बाद 7 दिनों तक अपने धरने को समाप्त करने का फैसला लिया है.साथ ही मांगों पर 7 दिनों में समाधान नहीं होने पर फिर से आंदोलन की चेतावनी भी दे डाली है.
24 जनवरी को धरना किया गया था शुरू
पेपर लीक मामलों की सीबीआई जांच सहित प्रदेश के लाखों बेरोजगारों की मांगों को लेकर सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में दौसा से जयपुर तक कूच की चेतावनी दी गई थी. इसके साथ ही जयपुर पहुंचने के बाद विधानसभा घेराव की चेतावनी थी. 24 जनवरी को सुबह बड़ी संख्या में युवाओं के साथ किरोड़ी लाल मीणा ने जयपुर के लिए कूच किया. लेकिन आगरा रोड स्थित घाट की गुणी टनल के पास ही किरोड़ी लाल मीणा को रोक दिया गया. जहां पर किरोड़ी लाल मीणा ने अपने धरने का ऐलान किया.
24 जनवरी को पहले दौर की वार्ता रही थी विफल
किरोड़ी लाल मीणा ने जब टनल के पास धरना देने की घोषणा की तो उस दौरान गृह राज्य मंत्री किरोड़ी लाल मीणा से वार्ता के लिए पहुंचे. करीब एक घंटे तक चली वार्ता में कोई सहमति नहीं बनने के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने फिर से धरना स्थल पर पहुंचकर अपना धरना जारी रखने का ऐलान किया था.
तेज बारिश हो या कड़ाके की ठंड, डटे रहे किरोड़ी लाल
24 जनवरी को धरने की शुरुआत होने के बाद कई बार मौसम ने भी इस धरने की परीक्षा ली. सर्दी के मौसम में मावठ की तेज बारिश उसके बाद कड़ाके की सर्दी और शीतलहर. लेकिन इन तमाम विपरीत परिस्थितियों के बाद भी किरोड़ी लाल मीणा ने अपने धरने को जारी रखा.
अचानक शहीद स्मारक की ओर किया कूच
4 फरवरी शनिवार को एक बार फिर से वार्ता का न्यौता आया. मंत्री राजेन्द्र यादव के नेतृत्व में वार्ता होनी थी. लेकिन इससे पहले ही किरोड़ी लाल मीणा ने युवा समर्थकों के साथ जयपुर की ओर कूच कर दिया. इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद युवा बेरोजगारों ने किरोड़ी लाल मीणा के साथ जयपुर कूच करते हुए दौड़ लगाई
लालटेन लेकर सरकार को ढूंढा सड़कों पर
शहीद स्मारक पर कूच के दौरान किरोड़ी लाल मीणा अपने हाथ में लालटेन लेकर निकलते थे. साथ ही सड़कों पर सरकार को तलाशते हुए भी किरोड़ी लाल मीणा नजर आए. इस दौरान युवा बेरोजगारों ने भी हाथ में लालटेन लेकर सड़कों पर सरकार को तलाशा
मांग नहीं मानी तो फिर से आंदोलन की चेतावनी
मंत्री राजेन्द्र यादव के साथ करीब आधा घंटे की वार्ता में आश्वासन दिया गया की दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी. इसके साथ ही किरोड़ी लाल मीणा ने जो नाम दिए हैं उनकी भूमिका भी सरकार जांच करवाएगी.