पशुधन सहायकों का क्रमिक अनशन जारी, मांगें नहीं मानी तो कर सकते हैं कार्य बहिष्कार

22 सूत्री मांगों को लेकर पिछले तीन दिनों से पशुधन सहायकों का राज्यव्यापी धरना आज भी जारी रहा. पशुधन सहायकों की 22 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यव्यापी क्रमिक अनशन निदेशालय पशुपालन विभाग के परिसर में चल रहा है. राज्यव्यापी धरने में प्रत्येक दिन क्रमिक अनशन पर जिलेवार पांच पशुधन सहायक अनशन पर रहते हैं. इसके साथ ही शेष पशुधन सहायक क्रमिक अनशन स्थल पर ही मौजूद रहते हैं. आंदोलन कर रहे पशुधन सहायक कार्मिकों का कहना है कि जल्द लम्बित मांगों पर समाधान नहीं होता है तो आक्रोशित पशुधन सहायक खुर पक्का मुंह पक्का टीकाकरण व अन्य समस्त कार्यों का बहिष्कार करने का निर्णय ले सकते हैं.

कई बार ज्ञापन और दो बार हो चुकी मीटिंग का नहीं निकलता कोई नतीजा

गौरतलब है कि पशुधन सहायक अपनी 22 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्य सचिव उषा शर्मा, शासन सचिव पशुपालन विभाग कृष्ण कुणाल को मांग पत्र सौंप चुके हैं. इसके साथ ही पशुधन सहायकों की शासन स्तर पर दो बार लम्बित मांगों पर मिटिंग भी हो चुकी है. लेकिन लम्बित मांगों पर केवल आश्वासन के अलावा कोई आदेश जारी नहीं हो पाया है.

इन मांगों को लेकर तीन दिन से क्रमिक अनशन पर बैठे हैं कर्मचारी

क्रमिक अनशन पर बैठे पशुधन सहायक कर्मचारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय से कई बार लम्बित मांगों पर उचित कार्यवाही के लिए पत्र लिखा जा चुका है. लेकिन फिर भी कोई हल नहीं निकल पा रहा है. इसलिए राज्य का पशुधन सहायक संवर्ग कार्मिक आक्रोशित हैं. एक आम पशुधन सहायक संवर्ग राजस्थान बैनर तले राज्य के पशुधन सहायक पदनाम परिवर्तन,वेतन विसंगति आयुर्वेद कम्पाउन्ड के समकक्ष करने, नवीन पदों का सृजन, रिक्त पदों पर भर्ती, काउंसिल गठन, वेतन भत्ते लागु करने, पदोन्नति के अवसर बढ़ाने, लम्बित पदोन्नति करने,हार्ड ड्यूटी अलाउंस देने, सेवा केन्द्रों पर कार्यरत पशुधन सहायकों को नियमित करने, उपचार पर्ची लिखने के लिए अधिकृत करने जैसी मांगों को पूर्ण करने की गुहार लगा रहे हैं।

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