गुरुवार 18 मई को छात्र संगठन एनएसयूआई की ओर से राजस्थान विश्वविद्यालय में 5 सूत्री मांगों को लेकर एनएसयूआई इकाई अध्यक्ष अक्षय सिंह जोरावर के नेतृत्व में प्रदर्शन किया. राजस्थान विश्वविद्यालय में सेमेस्टर को लेकर चल रही अनियमितताएं और यूजी में प्रवेश 15 जून से पूर्व कराने, महाविद्यालयों में ई-मित्र लगवाने, MPAT परीक्षाएं जल्द से जल्द आयोजित करवाने, राजस्थान अध्ययन केंद्र में पीएचडी को शामिल करने के साथ-साथ स्पेनिश और जर्मन भाषा में स्नातकोत्तर को शुरू करने जैसी विभिन्न मांगो को लेकर प्रदर्शन किया.
सूची जारी होने से बच्चे कर रहे निजी कॉलेजों की ओर पलायन- अमरदीप
एनएसयूआई प्रदेश प्रवक्ता अमरदीप परिहार ने बताया कि राजस्थान विश्वविद्यालय में संगठन महाविद्यालय के प्रवेश अगस्त तक सूची जारी करते रहते हैं. जिसके कारण ग्रामीण परिवेश के बच्चे निराशावादी होकर अन्य प्राइवेट कॉलेजों में एडमिशन लेने के लिए विवश हो जाते हैं. विश्व विद्यालय संगठन महाविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया 15 जून से पूर्व करनी चाहिए.
एकेडमिक सेशन सुधरने से सुधरेगी रैंकिंग
पिछले दिनों वैश्विक स्तर पर जारी उच्च शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग में राजस्थान यूनिवर्सिटी को 1899वां स्थान मिला है. जो पिछले साल के मुकाबले काफी निराशाजनक रहा है. छात्रों में इसको लेकर भी भारी आक्रोश देखने को मिला, अमरदीप परिहार ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि इसके साथ ही एकेडमिक सेशन को सुधारा जाए ताकि राजस्थान विश्वविद्यालय की रैंकिंग में सुधार हो. राजस्थान विश्वविद्यालय की गिरती हुई रैंकिंग प्रदेश के लिए एक अच्छी खबर नहीं है क्योंकि यह विश्वविद्यालय प्रदेश का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय है.
प्रदर्शन के दौरान छात्र नेता रहे मौजूद
राविवि कुलपति सचिवालय के बाहर किए गए भारी विरोध प्रदर्शन केस दौरान राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र नेता गोविंद मलिंडा, महेश चौधरी, राजेंद्र गोरा, हेमंत पुजारी, राहुल महला, हितेश यादव, रोहिताश मीणा, राजकुमार बैरवा, मनीष चारण, मालीराम सैनी,अमित चौधरी, नरेन्द्र यादव आदि मौजूद रहे