जब से राहुल गांधी की सांसदी को रद्द किया गया है. उसके बाद से ही लगातार एनएसयूआई राजस्थान की ओर से हर दिन अलग-अलग तरीकों से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. पहले राजभवन का घेराव तो उसके बाद कटपूतली नृत्य तो उसके बाद मशाल जुलूस. तो वहीं अब बीजेपी के नये प्रदेशाध्यक्ष को बधाई देने का फैसला. लेकिन इस बार प्रदर्शन के दौरान पुलिस और एनएसयूआई पदाधिकारियों में जमकर तरार देखने को मिली. शहीद स्मारक पर जब पुलिस ने छात्र नेताओं को रोका तो जमकर विरोध देखने को मिला. इसके बाद पुलिस ने एनएसयूआई के कुछ पदाधिकारियों को हिरासत में भी लिया.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष को देने जा रहे थे बधाई
27 मार्च को भाजपा के नये प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के राजस्थान आने पर सीपी जोशी को बधाई देने का एनएसयूआई की ओर से फैसला लिया गया. ये फैसला इसलिए लिया गया क्यूोंकि साल 1995 में सीपी जोशी एनएसयूआई के पदाधिकारी थे. अपने पूर्व पदाधिकारी को बधाई देने के लिए बड़ी संख्या में पीसीसी कार्यालय से एनएसयूआई पदाधिकारी बीजेपी कार्यालय के लिए रवाना हुए
बीच रास्ते में रोका पुलिस ने
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी के नेतृत्व में पीसीसी कार्यालय से रैली के रूप में रवाने हुए एनएसयूआई कार्यकर्ता जब कमिश्नरेट के पास शरीद स्मारक पर पहुंचे तो मौके पर मौजूद भारी पुलिस जाप्ते ने बेरिकेड्स लगाकर छात्र नेताओं को रोक दिया. जिसके बाद पुलिस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं में जोरदार झड़प देखने को मिली. इस दौरान छात्रों ने बेरिकेड्स के ऊपर चढ़कर भी बीजेपी कार्यालय जाने की कोशिश की.
हाथों में ताला लेकर चले एनएसयूआई कार्यकर्ता
एनएसयूआई की ओर से जब बीजेपी कार्यालय की ओर से कूच किया गया तो इस दौरान एनएसयूआई पदाधिकारियों के हाथों में ताले देखने को मिले. ये ताले चर्चा का विषय बने. हालांकि एनएसयूआई की ओर से इस बात का खुलासा नहीं किया गया की वो ताला लेकर रैली में क्यूें चल रहे थे.