स्कूलों में नया सत्र शुरू होने के साथ ही अब निजी स्कूलों और अभिभावकों के बीच टकराव की स्थिति देखने को मिल रही है. कभी फीस के मुद्दे तो कभी आरटीई में प्रवेश को लेकर अभिभावक प्रदर्शन और विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं, गुरुवार को बड़ी संख्या में अभिभावकों ने शिक्षा संकुल पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया. इसके साथ ही शिक्षा संकुल में अधिकारियों के कमरे के बाहर एकत्रित होकर जमकर नारेबाजी की. हालांकि शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पुलिस को बुलाया. लेकिन अभिभावकों से पुलिस की समझाइश भी काम नहीं आई.
निजी स्कूलों के खिलाफ आक्रोश
पिछले दिनों देखने में आया था की निजी स्कूलों द्वारा मनमाने रूप से फीस बढ़ोतरी के विरोध में अभिभावक सड़कों पर उतरे थे जो विरोध लगातार जारी है. वहीं अब आरटीई में प्रवेश को लेकर निजी स्कूलों की मनमानी से अभिभावक परेशान नजर आ रहे हैं. अभिभावकों ने आरोप लगाया कि आरटीई के तहत एडमिशन होने के बाद भी निजी स्कूलों द्वारा बच्चों को स्कूलों में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. इसके साथ ही स्कूल प्रशासन द्वारा कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं दिया जा रहा है.
स्कूलों पर मनमानी के आरोप
संयुक्त अभिभावक संघ प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया कि ” सरकार 9 से 12 वीं कक्षा के बच्चों को आरटीई के तहत एडमिशन देने के दावे कर रही है, लेकिन जो प्रक्रिया पहले से चली आ रही है उस प्रक्रिया के तहत कक्षा 1 के बच्चों को ही एडमिशन नहीं मिल रहा है. आरटीई के तहत निजी स्कूलों द्वारा बच्चों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग के अधिकारियों से जब अभिभावक वार्ता के लिए आते हैं तो अधिकारियों द्वारा मुलाकात नहीं की जाती है. “
अभिभावकों ने दी आंदोलन की चेतावनी
शिक्षा संकुल में गुरुवार को करीब 200 से ज्यादा अभिभावकों ने पहुंचकर प्रदर्शन किया. इसके साथ ही अभिभावकों ने चेतावनी दी है की आरटीई के तहत बच्चों को प्रवेश को लेकर शिक्षा विभाग और सरकार की ओर से जल्द ही कोई कदम नहीं उठाया जाता है तो आने वाले समय में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.