चुनावी साल में हर वर्ग चाहता है की सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करें. लेकिन जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं. वैसे वैसे अब सरकारी कर्मचारी अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने की हर संभव प्रयास में लग गए हैं. 5 प्रमुख मांगों के साथ ही लम्बे समय से लंबित चली आ रही विभिन्न मांगों को लेकर राजस्थान वरिष्ठ अध्यापकों ने आंदोलन चेतावनी दे डाली है.
राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ रेस्टा ने दी आंदोलन की चेतावनी
राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ रेस्टा के बैनर तले वरिष्ठ अध्यापकों ने विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन की घोषणा की है. जिसमें तीन सत्रों से बकाया वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता डीपीसी, वरिष्ठ अध्यापकों के अंतर मंडल स्थानांतरण पर वरिष्ठता विलोपन, माध्यमिक शिक्षा में स्टाफिंग पैटर्न करने, अनिवार्य विषय व्याख्याता पद सृजन, नव क्रमोन्नत 5 हजार उच्च माध्यमिक विद्यालयों में व्याख्याताओं के पद सर्जन सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी गई है.
31 मार्च को जताया जाएगा विरोध
राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ रेस्टा के बैनर तले वरिष्ठ अध्यापकों ने 31 मार्च को काली पट्टी बांधकर विरोध करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही सभी वरिष्ठ अध्यापक काली पट्टी बांधकर ही अपने सभी कार्य भी करेंगे. 31 मार्च को जहां काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया जाएगा. वहीं 5 अप्रैल को राजस्थान के सभी उपखंड मुख्यालय पर शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा.
लम्बे समय से मांगों को लेकर कर रहे संघर्ष- भैरुराम चौधरी
राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ रेस्टा के प्रदेशाध्यक्ष भेरूराम चौधरी ने बताया की राजस्थान के वरिष्ठ अध्यापक अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. मांगों को लेकर कई बार सरकार तक अपनी बात भी पहुंचाई गई है. लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं होने पर अब शिक्षकों द्वारा आंदोलन का रास्ता अपनाने का फैसला लिया गया है. 31 मार्च को काली पट्टी बांधकर विरोध जताया जाएगा वहीं 5 अप्रैल को उपखण्ड अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा. अगर इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं होता है तो राज्य स्तरीय आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी.