झुंझुनूं
हॉलिडे होमवर्क के खिलाफ केंद्रीय विद्यालय के नौवीं कक्षा के छात्र प्रांजल और उसके साथियों का अनूठा विरोध जारी है। कलेक्ट्रेट के बाहर तीसरे रविवार को भी केंद्रीय विद्यालय के छात्र प्रांजल और उसके साथियों ने धरना दिया धरने के दौरान छात्र प्रांजल और उसके साथियों ने अपना हॉलिडे होमवर्क किया। इस दौरान सद्बुद्धि प्रार्थना का भी आयोजन किया गया। धरने पर बैठे प्रांजल और उसके साथियों ने कहा कि सरकारी दफ्तरों व अन्य संस्थानों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए छुट्टी का दिन पूर्ण रूप से छुट्टी का ही होता है उन्हें अवकाश के दिन कोई होमवर्क नहीं करना पड़ता लेकिन बच्चों को छुट्टी के दिन भी स्कूल का काम करना पड़ता है। प्रांजल ने बताया कि हॉलिडे होमवर्क के विरोध में वह घर घर जाकर हस्ताक्षर अभियान के जरिए ज्ञापन तैयार कर शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा हॉलिडे होमवर्क एक कुप्रथा है होमवर्क बचपन पर कलंक है इसको बंद करने को लेकर गाइडलाइन जारी करने की भी मांग की जाएगी।
स्वस्थ जीवन के लिए अवकाश जरूरी
प्रांजल का कहना है कि स्वस्थ जीवन के लिए अवकाश जरूरी है। अवकाश शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। बच्चों के लिए तो अवकाश बहुत ही जरूरी है। ताकि बच्चे खेल सकें। अपनी अभिरुचि में पार्टिसिपेट कर सकें। इससे बच्चों का सही विकास होगा।
सप्ताह के तीसरे रविवार भी धरना जारी
छात्र ने धरना शुरू करने के दिन ही कह दिया था वह प्रत्येक रविवार सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक कलेक्ट्रेट के सामने अपना हॉलिडे होमवर्क करते हुए अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन करेगा।
छात्र की मां अनामिका ने कहा- ग्रीष्म अवकाश होमवर्क की समाप्ति के लिए प्रांजल लगातार दो साल से कलेक्टर व अध्यक्ष, केंद्रीय विद्यालय, झुंझुनूं के प्राचार्य व केंद्रीय विद्यालय संगठन के जिम्मेदार पदाधिकारियों को पत्र लिख रहा है।