राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ रेस्टा के बैनर तले वरिष्ठ अध्यापकों ने आज राजस्थान के सभी जिलों से जयपुर पहुंचकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया. शहीद स्मारक पर किए गए विरोध प्रदर्शन में वरिष्ठ अध्यापकों ने मांगें जल्द पूरी नहीं होने पर और बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है
इन मांगों को लेकर किया गया प्रदर्शन
1. राजस्थान शैक्षिक अधीनस्थ सेवा नियम 2021 में संशोधन करवाकर दिनांक 3 अगस्त 2021 तक असमान विषय में – अधिस्नातक डिग्री पूर्ण कर चुके व विश्वविद्यालयों में प्रवेश ले चुके वरिष्ठ अध्यापकों को व्याख्याता पदोन्नति में पूर्व राजस्थान अधीनस्थ सेवा नियम 1970 के अनुसार ही योग्य मानते हुए 2021-22, 2022-23 व 2023-24 तीन वर्ष की बकाया पदोन्नति अतिशीघ्र करवाये
2- जिन वरिष्ठ अध्यापकों ने अतिरिक्त (additional) विषय के रूप के स्नातक में डिग्री कर अधिस्नातक समान विषय में कर रखी है उनको पदोन्नति में शामिल रखा जाए
3- सत्र 2013-14 से सत्र 2022-23 तक माध्यमिक से नवक्रमोन्नत लगभग 13000 उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अनिवार्य विषयों हिंदी व अंग्रेजी के व्याख्याता पदों का सृजन कर 2021-22, 2022-23 व 2023-24 की DPC की करवाई जाए
4- वर्ष 2011 से जब से RPSC द्वारा वरिष्ठ अध्यापकों का पदस्थापन राज्य स्तरीय मेरिट द्वारा किया जा रहा है उस सत्र के बाद अंतर मण्डल स्थानांतरण पर वरिष्ठता विलोपन नहीं की जाए (जैसे राजस्व विभाग में भी पटवारियों व गृह विभाग में पुलिस की जब से पूरे राज्य स्तर पर मेरिट बनने शुरू हुई तब से वर्ष 2017 से अंतर जिला स्थानांतरण पर वरिष्ठता विलोपन नही होती है.
5- . सत्र 2021-22 व 2022-23 में नवक्रमोन्नत लगभग 4500 उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अतिशीघ्र वैकल्पिक विषयों के पद सृजित कर 2021-22, 2022-23 व 2023-24 की DPC की करवाई जाए. वरिष्ठ अध्यापकों से जुड़ी उपरोक्त मांगों का अति शीघ्र निस्तारण करवा के राज्य के 77000 वरिष्ठ अध्यापकों को राहत प्रदान करावे