नहीं हुई निष्पक्ष जांच तो होगा बड़ा आंदोलन, आर-पार की लड़ाई की चेतावनी

चिकित्सा विभाग में संविदा पर निकाली गई सीएचओ भर्ती परीक्षा आयोजन के एक दिन बाद ही एक बार फिर से आंदोलन की आहट सुनाई देने लगी है. सीएचओ फेडरेशन संरक्षक और ऑल इंडिया मेडिकल स्टूडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष भरत बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए पेपर मामले की जांच को लेकर आर-पार की लड़ाई की चेतावनी दे डाली है. साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल हुए मामले की जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच की मांग भी उठा दी है.

बोर्ड अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन

सीएचओ फेडरेशन संरक्षक और ऑल इंडिया मेडिकल स्टूडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष भरत बेनीवाल सुबह छात्रों के साथ बोर्ड कार्यालय पहुंचे. इसके साथ ही बोर्ड कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. बोर्ड कार्यालय पर प्रदर्शन करने के बाद भरत बेनीवाल के नेतृत्व में बोर्ड अध्यक्ष हरि प्रसाद शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया. इसके साथ ही इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने के बाद उचित कदम उठाने की भी मांग की गई. मांग पूरी नहीं होने पर भरत बेनीवाल ने आर-पार की लड़ाई की चेतावनी भी दी.

आर-पार की लड़ाई की चेतावनी

19 फरवरी को सीएचओ भर्ती परीक्षा का पेपर सुबह 10.30 बजे से होना था. लेकिन इस परीक्षा का पेपर सुबह 8 बजे ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. परीक्षा के बाद जब पेपर का मिलान किया गया तो करीब 70 फीसदी से ज्यादा सवाल इस पेपर से मिल रहे थे. बोर्ड कार्यालय को 19 फरवरी को ही इस मामले की जानकारी दे दी गई थी. और आज बोर्ड कार्यालय पर प्रदर्शन कर बोर्ड अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा गया है. इसके साथ ही पेपर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के सभी सबूत भी बोर्ड अध्यक्ष को सौंपे गए हैं. अगर जल्द कार्रवाई नहीं होती है तो राजस्थान में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा

पेपर लीक से बेरोजगार हो रहे परेशान- भरत बेनीवाल

पिछले कुछ समय से राजस्थान सरकार कह रही है की पेपर लीक रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन धरातल पर ये प्रयास नजर नहीं आ रहे हैं. अमूमन राजस्थान में होने वाली हर भर्ती का पेपर सोशल मीडिया पर परीक्षा से पहले ही वायरल हो रहा है. इसके साथ ही युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी हो रहा है. सरकार को चाहिए की जल्द से जल्द पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएं

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