शिक्षा विभाग की तीन बड़ी भर्ती परीक्षाएं, परिणाम को लेकर अब उठी ये बड़ी मांग

शिक्षा विभाग में इस समय 63  हजार 760 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पाइप लाइन में है. जिसमें स्कूल व्याख्याता भर्ती, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती और तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती शामिल है. तीनों ही भर्ती परीक्षाओं की परीक्षा आयोजित हो चुकी है. और अब इन तीनों ही भर्तियों के परिणाम का इंतजार किया जा रहा है. लेकिन परिणाम से पहले भर्ती परीक्षाओं में शामिल लाखों परीक्षार्थियों ने एक बड़ी मांग उठा दी है.

वरियता अनुसार परिणाम जारी करने की मांग

परीक्षा में शामिल लाखों परीक्षार्थियों ने सरकार के सामने मांग रखी है की जिस क्रम में भर्ती निकाली गई है उसी क्रम में इसका परिणाम जारी किया जाए. सबसे पहले स्कूल व्याख्याता का परिणाम जारी किया जाए तो उसके बाद वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी किया जाए. साथ ही अंत में तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी किया जाए. क्रम में परीक्षा परिणाम जारी होने से पदों के खाली होने की संभावना नहीं रहेगी.

63 हजार 760 पदों पर होगी भर्ती

शिक्षा विभाग की अगर बात की जाए तो आने वाले समय में प्रदेश के सरकारी स्कूलों को 63  हजार 760 शिक्षक मिलेंगे. जिसमें 6 हजार पद स्कूल व्याख्याता से भरे जाएंगे. इसके साथ ही 9 हजार 760 पद वरिष्ठ अध्यापक से भरे जाएंगे. वहीं 48 हजार पद तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती से भरे जाएंगे.

सबसे ज्यादा पर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के

सरकारी स्कूलों में मिलने वाले 63 हजार 760 पदों में से सबसे ज्यादा पद तृतीय श्रेणी शिक्षकों से भरे जाएंगे जिनकी संख्या 48 हजार है. तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा का आयोजन 25 फरवरी से 1 मार्च तक किया गया था. लेवल-1 के 21 हजार पदों पर भर्ती की जाएगी तो वहीं लेवल-2 के 27 हजार पदों पर भर्ती होगी. तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा में 9 लाख 2 हजार 325 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. वहीं 6 हजार पदों पर आयोजित स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा का आयोजन 11 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक आयोजित की गई थी जिसमें करीब 6 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे. 9 हजार 760 पदों पर आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में का आयोजन 21 दिसम्बर से 27 दिसम्बर तक किया गया था. परीक्षा में करीब 9 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे.

आखिर क्यों उठी मांग

एक्सपर्ट का कहना है की शिक्षा विभाग की ओर से तीन बड़ी भर्तियां की जा रही है. और अगर इन भर्तियों का परिणाम क्रम से जारी नहीं होता है तो परिणाम के बाद पद खाली होने की समस्या खड़ी हो सकती है. अगर पहले तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी होने के साथ ही नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होती है तो उसके बाद अगर वरिष्ठ अध्यापक और व्याख्याता का परिणाम जारी होता है तो ऐसे में तृतीय श्रेणी में चयनित अभ्यर्थियों का वरिष्ठ अध्यापक या स्कूल व्याख्याता भर्ती में चयन होता है तृतीय श्रेणी के पद खाली होने की संभावना बढ़ जाएगी.

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