राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के बैनर तले एक बार फिर से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन की हुंकार भरी है. विभिन्न भर्तियों से जुड़े बेरोजगारों ने शहीद स्मारक पर धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार तक अपनी मांग पहुंचाने की कोशिश की. महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में विभिन्न भर्तियों से जुड़े बेरोजगार बड़ी संख्या में शहीद स्मारक पर जुटे और अपनी आवाज बुलंद की
इन मांगों को लेकर किया गया प्रदर्शन
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के बैनर तले शहीद स्मारक पर किए गए इस प्रदर्शन में सभी विभागों में रिक्त पदों पर नई भर्तियों की घोषणा करने कृषि पर्यवेक्षक, पशुधन सहायक, पंचायती राज JEN, राजस्थान पुलिस कांस्टेबल, एसआई, कनिष्ठ अनुदेशक, संगणक, स्टेनोग्राफर, एलडीसी, RAS, स्कूल व्याख्याता, सेकंड ग्रेड , थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती, पीटीआई, लाइब्रेरियन,प्रयोगशाला सहायक,ईसीजी, नेत्र सहायक,प्रोग्रामर, AEN,JEN, दंत चिकित्सक, कॉलेज शिक्षा में पीटीआई लाइब्रेरियन, सहायक कृषि अधिकारी, डीएलबी, एलडीसी- सेनेटरी इंस्पेक्टर, PRO APRO,मेडिकल ऑफिसर, मेडिकल विभाग की सूचना सहायक, ओटी टेक्निशियन, विद्युत विभाग में AEN JEN जूनियर अकाउंटेंट एलडीसी,टेक्निकल हेल्पर, छात्रावास अधीक्षक,जलधारी,पटवारी, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती निकालने, और जलदाय विभाग में नई भर्तियां निकालाने, संस्कृत शिक्षा विभाग में फर्स्ट ग्रेड,सेकंड ग्रेड,थर्ड ग्रेड,कंप्यूटर अनुदेशक एवं पीटीआई लाइब्रेरियन की भर्तियां निकालाने, प्रदेश में बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए सरकार सभी थानों के लिए साइबर सिक्योरिटी ऑफिसर की घोषणा करने, आगामी भर्ती परीक्षाओं को बचाने के लिए तत्काल राज्य सरकार राजपासा या रासुका कानून को लागू करे
और पेपर लीक माफियाओं के लिए उत्तराखंड की तर्ज पर राजस्थान में उम्रकैद की सजा के प्रावधान के साथ 10 करोड़ के आर्थिक दंड वाला कानून लागू किया जाए, 7 फरवरी को आरपीएससी के बाहर युवा बेरोजगारों पर लाठीचार्ज करने वाले अजमेर सिविल लाइंस थाना इंचार्ज दलबीर सिंह फौजदार को तुरंत निलंबित करने, प्रदेश की भर्तियों में बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों को रोका जाए और प्रदेश के युवा बेरोजगारों को प्राथमिकता देने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया,
मांगों को लेकर उपेन यादव ने कर रखा है अन्न त्याग
10 फरवरी को जब विधानसभा में बजट पेश किया, बजट में नई भर्तियों की घोषणा नहीं होने से आहत उपेन यादव ने 10 फरवरी को अन्न त्याग करने का ऐलान किया था. और उसके बाद से ही अपनी मांगों को लेकर उपेन यादव ने अन्न त्याग कर रखा है. उपेन यादव ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने वादा किया था की इस बार का बजट युवाओं के नाम होगा. लेकिन इस बजट में युवाओं को कुछ नहीं मिला. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती है तब तक अन्न ग्रहण नहीं करूंगा. साथ ही बेरोजगारों के लिए आंदोलन लगातार जारी रहेगा