प्रदेश में पिछले एक दशक की बात की जाए तो प्रदेश के बेरोजगार सबसे ज्यादा पेपर लीक जैसी घटवाओं के शिकार हुए हैं. सालों की मेहनत पर कुछ नकलचियों की ऐसी नजर लगती है की सालों की मेहनत पर एक मिनट में पानी फिर जाता है. साल 2021 में आयोजित हुई रीट परीक्षा पेपर लीक प्रकरण ने जहां प्रदेश के करीब 10 लाख बेरोजगारों के सपनों को धराशाही किया. तो वहीं 24 दिसम्बर को वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का सामान्य ज्ञान और शिक्षा मनोविज्ञान का पेपर लीक होने से अब प्रदेश के बेरोजगारों में भारी आक्रोश है. और इसी आक्रोश के चलते प्रदेश के हर हिस्से में आंदोलन देखने को मिल रहे हैं.
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ निकालेगा रैली
पेपरलीक की घटनाओं को रोकने के लिए राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ की ओर से 4 जनवरी को चौमूं में एक विशाल रैली निकालने की तैयारी पूरी कर ली गई है. इस रैली में प्रदेशभर से बड़ी संख्या में बेरोजगारों के जुटने की संभावना जताई जा रही है. 4 जनवरी दोपहर 12 बजे चौमूं थाने से एसडीएम कार्यालय तक राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में यह रैली निकाली जाएगी
उपेन यादव ने दी आर-पार की लड़ाई की चेतावनी
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव ने पेपर लीक गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ ही नये कानून के तहत कार्रवाई की मांग को लेकर इस बार आर-पार की लड़ाई की चेतावनी दी है. उपेन यादव का कहना है कि प्रदेश में नकल रोकने के साथ ही पेपर लीक की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए लम्बे समय से सरकार से मांग कर रहे हैं. सरकार नया कानून भी लेकर आई है. लेकिन अभी तक नये कानून के तहत किसी भी प्रकार से दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई है. जिसके चलते दोषियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. सरकार अगल जल्द ही नये कानून के तहत कार्रवाई नहीं करती है तो इस बार एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदार सरकार खुद होगी