7 फरवरी को अजमेर आरपीएससी के बाहर बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज के मामले में एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर पिछले 3 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे उपेन यादव के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. लेकिन सरकार की ओर से वार्ता नहीं होने साथ ही एसएचओ पर कार्रवाई नहीं होने से अब बेरोजगारों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है. उपेन यादव ने चेतावनी दे डाली है की जब तक मांग पूरी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
क्या हुआ था 7 फरवरी को ?
7 फरवरी की वो घटना जब अजमेर में आरपीएससी के बाहर बेरोजगार अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में आंदोलन के लिए एकत्रित हुए थे. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन की ओर से युवा बेरोजगारों को हटाने के प्रयास किए गए. लेकिन बेरोजगारों ने अपनी मांगों को आरपीएससी के अधिकारियों के सामने रखने की बात कही तो इस दौरान पुलिस ने युवा बेरोजगारों पर लाठीचार्ज किया. इसके साथ ही युवाओं से बदसलूकी के आरोपी भी पुलिस पर लगे थे. पुलिस ने उपेन यादव को हिरासत में भी लिया था. जहां उपेन यादव पर बदसलूकी के आरोप लगाए गए थे.
10 फरवरी को अन्न का किया था त्याग
एसएचओ पर कार्रवाई की मांग को लेकर महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव ने 10 फरवरी को अन्न त्याग करने की घोषणा की थी. इसके साथ की चेतावनी भी दी थी अगर जल्द ही एसएचओ पर कार्रवाई नहीं होती है तो पेय पदार्थों का भी त्याग किया जाएगा. 2 मार्च तक कार्रवाई नहीं होने के बाद उपेन यादव ने 3 मार्च को कर्मचारी चयन बोर्ड कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के बाद मानसरोवर में बेरोजगार संघ कार्यालय पर आमरण अनशन शुरू किया.
मांग पूरी नहीं तो कर दूंगा देह त्याग- उपेन यादव
पिछले तीन दिनों से आमरण अनशन पर डटे हुए उपेन यादव ने चेतावनी दी है की अगर सरकार की ओर से एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है साथ ही युवा बेरोजगारों की विभिन्न मांगों को जल्द पूरा नहीं किया जाता है तो अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ी जाएगी. उपेन यादव ने कहा कि तीन दिनों से आमरण अनशन जारी है. लेकिन अभी तक सरकार के किसी भी प्रतिनिधि ने वार्ता नहीं की है. युवाओं की मांगों को लेकर संघर्ष जारी रहेगा. चाहे इसके लिए मुझे अपनी देह का ही त्याग क्यों ने करना पड़े.