तबादलों की मांग को लेकर लम्बे समय से राजस्थान के तृतीय श्रेणी शिक्षक आंदोलन की राह पर हैं. अपनी एक ही मांग को लेकर दर्जनों बार आंदोलन हुए. लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला. लेकिन इस बार तृतीय श्रेणी शिक्षक अलग मूड में नजर आ रहे हैं. राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ की ओर से शहीद दिवस पर राजधानी जयपुर में 23 मार्च को विशाल सत्याग्रह की चेतावनी दी गई है.
शिक्षकों को बांटे जा रहे पीले चावल
सत्याग्रह में शामिल के आह्वान के लिए इस समय पूरे राजस्थान में ट्रांसफर क्रांति यात्रा चलाई जा रही है. जिसमें शिक्षकों को पीले चावल बांटकर सत्याग्रह में शामिल होने का न्यौता दिया जा रहा है. राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल सभी जिलों में जाकर शिक्षकों से आह्वान कर रहे हैं. वहीं अब ये यात्रा बाड़मेर पहुंच चुकी है. जहां शिक्षकों से सत्याग्रह में आने और समर्थन देने की अपील की जा रही है.
डॉ हरपाल दादरवाल फिर बैठेंगे आमरण अनशन पर
राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ केप्रदेशाध्यक्ष हरपाल दादरवाल शिक्षकों के साथ 23 मार्च को शहीद स्मारक पर सत्याग्रह की शुरुआत करेंगे. इसके साथ ही हरपाल दादरवाल ने चेतावनी दे दी है की सत्याग्रह के साथ ही तबादलों की मांग को लेकर शहीद स्मारक पर आमरण अनशन शुरू किया जाएगा. और इस बार तबादलों की मांग को लेकर आर-पार की लड़ाई लड़ने का भी ऐलान कर दिया गया है
चुनावी साल में शिक्षकों की मांग
हरपाल दादरवाल ने बताया कि पिछले 5 साल से नॉन टीएसपी तो वहीं दशकों से टीएसपी एरिया के तृतीय श्रेणी शिक्षक तबादलों का इंतजार कर रहे हैं. कांग्रेस सरकार को सत्ता में आने के बाद से ही हर वर्ग और हर विभाग में कार्मिकों को तबादलों की सौगात मिली है. वहीं शिक्षा विभाग में भी लाखों शिक्षकों को तबादलों की सौगात दी गई. लेकिन प्रदेश के करीब सवा लाख से ज्यादा तृतीय श्रेणी शिक्षकों को आज तक तबादलों का इंतजार है. यह साल चुनावी साल है. ऐसे में सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षकों की पीड़ा को महसूस करते हुए तबादलों की सौगात दे.