हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में आज आखिरकार छात्रों के सब्र का बांध टूट ही गया. 6 सूत्री मांगों को लेकर लम्बे समय से संघर्ष कर रहे यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने आज कैम्पस में एक बड़ा प्रदर्शन करते हुए यूनिवर्सिटी कार्यालय के ताला जड़ दिया तो वहीं सभी कक्षाओं का बहिष्कार करते हुए अपनी मांगों को लेकर आर-पार की लड़ाई का ऐलान भी कर दिया. आज सुबह यूनिवर्सिटी में बड़ी संख्या में पहुंचे छात्रों ने पहले विवि प्रशासन से वार्ता की कोशिश की लेकिन वार्ता नहीं होने के चलते आखिरकार छात्रों को यूनिवर्सिटी कार्यालय पर ताला जड़ना पड़ा.
इन 7 मांगों को लेकर लम्बे समय से किया जा रहा संघर्ष
1- बीए फर्स्ट सेमेस्टर में 87 विद्यार्थियों का नामांकन है.लेकिन क्लास रूम में 50 विद्यार्थियों के बैठने की भी जगह नहीं है. साथ ही ऐसे कई विभाग हैं जिनकी संख्या के अनुसार क्लास रूम उपलब्ध नहीं है. संख्या के अनुसार क्लास रूम आवंटित किए जाए जिससे विद्यार्थी बिना किसी असुविधा के पढ़ सकें
2- डिजिटल लैब और मल्टीमीडिया स्टूडियो की व्यवस्था बेहतर करवायी जाए. 10 साल पुराने और खराब पड़े कम्प्यूटर की जगह नये कम्प्यूटर लाये जाए. फोटो,वीडियो, ऑडियो, एडिटिंग के सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया जाए
3- जब तक यह सुविधा सुदृढ़ नहीं होती है तब तक 75 फीसदी उपस्थिति की बाध्याता वाले आदेश वापस लिया जाए. किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा देने से वंचित ना किया जाए.
4- प्लेसमेंट सेल को सक्रिय किया जाए
5- लाइब्रेरी के साथ साथ ई लाइब्रेरी भी शुरू कराया जाए. लाइब्रेरी सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक खुली रहे
6- ग्राउंड फ्लोर पर विद्यार्थियों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए
7- शैक्षणिक कैम्पस में विद्यार्थियों के लिए फ्री वाई-फाई की सुविधा सुनिश्चित की जाए
मांग पूरी नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी
लम्बे समय से हर हमारी बुनियादी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. यहां मजदूरों और किसानों के बच्चे पढ़ने आते हैं. ऐसे में बुनियादी सुविधाओं के अभाव में इन विद्यार्थियों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो रही है. कई बार यूनिवर्सिटी प्रशासन को इससे अवगत करवाया गया है. 4 महीनों से प्रशासन सिर्फ आश्वासन ही दे रहा है. लेकिन आखिरकार हमको आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है. अगर जल्द ही हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो आने वाले समय में और भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा.